हरियाणा की बेटी ने किया कमाल, पैर टूटने के बाद भी रेस में जीता मैडल

Update: 2023-05-18 07:22 GMT

फरीदाबाद :  हरियाणा के जिला फरीदाबाद के जवां गांव के जगबीर लांबा के घर में हर तरफ खुशियां हैं. सुबह से दोस्तों, परिचितों और रिश्तेदारों के फोन आ रहे हैं. घर में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. उनकी बेटी प्रीति लांबा ने एशियन चैंपियनशिप और एशियन गेम्स के लिए क्वालीफाई कर लिया है. उन्होंने सोमवार शाम झारखंड के रांची में चल रहे 26वें नेशनल फेडरेशन कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए यह उपलब्धि हासिल की है.

रेस में जीता गोल्ड

उन्होंने 3,000 मीटर स्टीपलचेज रेस में गोल्ड मेडल जीता है. उन्होंने बताया कि क्वालिफाई करने के लिए उन्हें 9:58 मिनट में रेस पूरी करनी थी और उन्होंने करीब 11 सेकेंड पहले 9:47 मिनट में रेस पूरी की. अब प्रीति लांबा चीन में 11 से 17 जुलाई तक होने वाली एशियन चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी इसके बाद वह एशियाई खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी. प्रीति ने अपनी जीत का श्रेय पति विक्की तोमर, पिता जगवीर और अपने शुरुआती कोच रोशन लाल मलिक को दिया है.

पैर टूटने पर नहीं मानी हार

प्रीति लांबा ने बताया कि वह 2007 से दौड़ने का अभ्यास कर रही हैं. उन्होंने अपने खेल के लिए काफी संघर्ष किया. उनके पिता पेट्रोल पंप पर काम करते हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति शुरू से ही कमजोर रही है. ऐसे में उन्हें गेम खेलने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा. परिवार में पिता, बहन और भाइयों का भरपूर सहयोग मिला. गांव के रोशन लाल मलिक उनके शुरुआती कोच थे. खेलकूद की ट्रेनिंग देने के साथ- साथ डाइट आदि का भी पूरा ध्यान रखते थे.

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