Haryana: रादौर के गांव खेड़ी लाखा सिंह में पुलिस चौकी के पास चार दिन पहले हुई गोलीबारी में घायल शराब ठेकेदार अर्जुन की उपचार के दौरान मौत हो गई। उसका पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार चल रहा था। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद अर्जुन का शव गांव उन्हेड़ी पहुंचेगा। इससे पहले इस गोलीबारी में गोलनी निवासी वीरेंद्र राणा और शराब कारोबारी पंकज मलिक की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद गोल्डी बराड़ और काला राणा ग्रुप ने इस गोलीबारी की जिम्मेदारी ली थी और सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर ऐसी घटना दोबारा न करने की चेतावनी भी दी थी। पुलिस जांच में सामने आया कि पंकज और अर्जुन हर रोज अपने ग्रुप के रिंकू राणा के साथ जिम जाते थे और हमलावरों ने रिंकू राणा की रेकी की थी।
इसकी भनक रिंकू राणा को लग गई और वह जिम नहीं गया, जिसके चलते पंकज और अर्जुन ने जिम जाने के लिए वीरेंद्र राणा से लिफ्ट ली। गुरुवार सुबह करीब 8:15 बजे खेड़ी लाखा सिंह गांव में जिम से बाहर निकलते समय 5 नकाबपोश बदमाशों ने तीनों पर फायरिंग कर दी। हमलावरों ने 60 राउंड से ज्यादा फायरिंग की जिसमें वीरेंद्र राणा गोलनी और पंकज मलिक की मौके पर ही मौत हो गई। अब अर्जुन की भी मौत हो गई है।
इस मामले में रिंकू राणा से पूछताछ के बाद पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। बदमाशों की मदद करने वाले ताजेवाला निवासी अरबाज और छछरौली निवासी सचिन हांडा रिमांड पर हैं। इनके साथ काला राणा के गुर्गे सन्नी सलेमपुर के लेन-देन की बात भी सामने आ रही है। माना जा रहा है कि इनके जरिए शूटरों को पैसे भी भेजे जाते थे।