हरियाणा Haryana : खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा ने आज खाद्य भंडारण एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान सीएमआर चावल के भंडारण सुविधाओं के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। हरियाणा में लगभग 16 लाख मीट्रिक टन चावल के भंडारण के लिए स्थान की आवश्यकता पर विचार-विमर्श किया गया। गोदामों में 12.55 लाख मीट्रिक टन चावल के भंडारण पर भी चर्चा की गई। लंबित भुगतान, गोदामों में अनाज भंडारण की समय-सीमा और अंतर-जिला गेहूं शिफ्टिंग के परिवहन शुल्क सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई। मिश्रा ने जोर दिया कि चालू धान सीजन से उत्पादित सीएमआर चावल के भंडारण की उचित व्यवस्था तुरंत सुनिश्चित की जानी चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि दिसंबर के अंत तक गोदामों में सभी आवश्यक सुविधाएं स्थापित की जाएं ताकि जब मिलर्स एफसीआई को चावल की आपूर्ति करें तो भंडारण की कोई समस्या न हो। इसमें टेंडर से संबंधित कार्यों को समय पर पूरा करना, मरम्मत और आवश्यक स्वीकृतियां प्राप्त करना शामिल है। उन्होंने धान खरीद सीजन के सुचारू निष्पादन के लिए संबंधित अधिकारियों की सराहना की और कहा कि हरियाणा सरकार के प्रयास सफल रहे क्योंकि किसानों को अपना धान बेचने में कोई कठिनाई नहीं हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि एफसीआई द्वारा गोदामों में रखे गए गेहूं के उठान में तेजी लाई जाएगी। इसके अलावा, एफसीआई गेहूं सीजन के दौरान आवश्यकता पड़ने पर मंडियों से सीधे उठान सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाएगी तथा एफसीआई अधिकारी हरियाणा के गोदामों से गेहूं व चावल के उठान में तेजी लाएंगे।