Haryana Crime: नारनौंद के वार्ड नम्बर 8 निवासी राजबीर ने बताया कि रविवार रात को सभी अपने घर पर सोए हुए थे तो रात करीब 2 बजकर 43 मिनट पर पिता राकेश की घर के बाहर से चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। वह कह रहे थे कि मुझे बचाओ-मुझे बचाओ। जब घर से बाहर आकर देखा तो पिता राकेश खून से लथपथ पड़े हुए थे। वह घर के बाहर आंगन में पड़े थे।
पिता को खून से लथपथ देख वह अपनी पत्नी व पड़ोसी के साथ मिलकर पिता राकेश को इलाज के लिए नारनौंद के नागरिक अस्पताल में लेकर गए। जहां से डॉक्टरों ने उन्हें हिसार रेफर कर दिया। इसके बाद वह पिता को हिसार ले गए।
राजबीर ने बताया कि पिता की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने अग्रोहा के मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया।
उसने बताया कि करीब 4-5 दिन पहले गोबिन्दा बाल्मिकी के साथ 4-5 लड़के घर पर आए थे। उन्होंने धमकी दी कि गौरव को समझा लो, उसको हम नहीं छोड़ेंगे। करीब 3-4 महीने पहले कहा था कि राकेश को नारनौंद में नहीं रहने देंगे। पुलिस ने मृतक के बेटे के बयान पर हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस द्वारा मृतक राकेश के शव का मंगलवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।