Rohtak रोहतक: हांसी पुलिस ने शुक्रवार को दो लोगों की गिरफ्तारी के साथ चार दिन पहले हुई एक अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। आरोपियों की पहचान पंजाब के मानसा के सरदूलगढ़ निवासी वीरेंद्र और वर्तमान में हांसी में रह रहे फतेहाबाद निवासी मंजीत के रूप में हुई है। आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
हांसी सिटी थाना प्रभारी (एसएचओ) सदानंद ने बताया कि उन्होंने वारदात में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया है। एसएचओ ने बताया कि जांच के दौरान आरोपियों ने बताया कि भिवानी जिले के सिवानी निवासी मृतक पंकज के वीरेंद्र की पत्नी से अवैध संबंध थे। एसएचओ ने बताया, 'पंकज के अपनी पत्नी से संबंधों पर शक होने के बाद मुख्य आरोपी वीरेंद्र ने उसकी हत्या की साजिश रची। उसने 13 जनवरी को पंकज को हिसार के सिविल अस्पताल में बुलाया और बताया कि पंकज के भाई का ऑपरेशन होने वाला है। इसके बाद उसने पंकज को हांसी से पैसे लाने के लिए साथ चलने को कहा।
आरोपी ने अपने भाई और दोस्त मंजीत को हांसी में ही रहने को कहा।' एसएचओ ने बताया कि आरोपी वीरेंद्र पंकज को हांसी की राधिका फैक्ट्री में ले गया, जहां उसका भाई और दोस्त मंजीत ई-रिक्शा लेकर उनका इंतजार कर रहे थे। इसके बाद वे सभी सीधे नहर पर गए, जहां वीरेंद्र का पंकज से उसकी पत्नी से अवैध संबंधों को लेकर विवाद हुआ। अचानक मंजीत ने पंकज पर चाकू से हमला कर दिया। वीरेंद्र ने पंकज को नहर में फेंक दिया, क्योंकि उसे शक था कि पंकज की मौत हो गई है। एसएचओ ने बताया कि जब वे वहां से निकले तो पंकज नहर से बाहर निकलकर सड़क पर आ गया। वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने उसे हांसी के सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां से डॉक्टरों ने उसे अग्रोहा के अग्रसेन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।