रोहतक। एमडीयू के कंप्यूटर कक्ष में शनिवार को रोहतक, सोनीपत, भिवानी, चरखीदादरी व झज्जर पुलिस के 772 कांस्टेबल ने हवलदार बनने के लिए बी-1 की परीक्षा दी, जिसमें मात्र 115 कांस्टेबल पास हो सके। इसमें रोहतक के 180 में से 17, सोनीपत के 181 में से 35, झज्जर के 171 में से 36, भिवानी के 128 में से 12 व चरखीदादरी के 112 में से 15 जवान ही पास हुए हैं। रविवार को परीक्षा का दूसरा दिन है।
पुलिस में सिपाही से मुख्य सिपाही के पद पर पदोन्नत होने के लिए विभागीय परीक्षा बी-1 का आयोजन किया जाता है। बी-1 परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद जवानों को मधुबन में परीक्षण दिया जाएगा। उसके बाद जवानों को मुख्य सिपाही के पद पर पदोन्नत किया जाएगा। पहली बार बी-1 परीक्षा का आयोजन रेंज स्तर पर किया जा रहा है। परीक्षा में सफल होने वाले जवानों को परेड की परीक्षा से भी गुजरना होगा। उसमें सफल होने वाले प्रतिभागियों का मेरिट के आधार पर चयन किया जाएगा। एडीजीपी ममता सिंह ने बी-1 की ऑनलाइन परीक्षा के दौरान एमडीयू स्थित कंप्यूटर लैब का दौरा किया। साथ ही एसपी उदय सिंह मीना ने भी परीक्षा केंद्र का दौरा किया तथा प्रबंधों का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक महेंद्रगढ़ विक्रांत भूषण व उप पुलिस अधीक्षक डॉक्टर रविंद्र सिंह व अन्य पुलिस अधिकारी भी परीक्षा के दौरान मौजूद रहे।
परीक्षा पास करने के लिए चाहिए 70 अंक
एडीजीपी कार्यालय के साइबर शाखा प्रभारी एएसआई जोगेंद्र मोर व एसपी कार्यालय आईटी सेल शाखा प्रभारी एएसआई अशोक कुमार ने बताया कि बी-1 परीक्षा कंप्यूटर पर ऑनलाइन एक विशेष सॉफ्टवेयर पर ली जाती है। इसमें बहुविकल्पीय 140 प्रश्न आते हैं। प्रत्येक प्रश्न का एक अंक होता है तथा नेगेटिव मार्किंग भी है। परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए प्रतिभागी को 70 अंक लाने होते हैं।