Gurgaon: 500 से ज्यादा लोगों ने एक हफ्ते में एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई

जिला अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन की मांग भी लगातार बढ़ रही है

Update: 2024-06-12 09:56 GMT

गुरुग्राम: गर्मी में कुत्ते अधिक आक्रामक हो रहे हैं। शहर में कुत्तों के काटने के मामले बढ़ गए हैं। जिला अस्पताल में Anti Rabies Vaccine की मांग भी लगातार बढ़ रही है। एक सप्ताह में 500 से अधिक लोगों को एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई जा चुकी है। प्रतिदिन 100 से 150 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने अस्पताल पहुंच रहे हैं। सोमवार को भी 150 से अधिक लोग टीका लगवाने पहुंचे।

मुख्य मार्गों और चौराहों सहित शहर की अधिकांश सड़कों पर आवारा कुत्ते देखे जाते हैं। लोगों की संख्या अधिक होने के कारण कुत्तों के हमले का भी डर रहता है. ऐसे कई इलाके हैं जहां रात के समय सड़कों से गुजरना मुश्किल हो जाता है। वरिष्ठ डॉक्टरों के मुताबिक कई बार कुत्ते के काटने पर लोग घर पर ही इलाज करा लेते हैं, लेकिन बाद में यह रेबीज जैसी खतरनाक बीमारी का रूप ले सकता है।

कुत्ते के काटने से रेबीज का खतरा 20 साल तक बना रहता है। ऐसे में जरूरी है कि कुत्ते के काटने के बाद एंटी रेबीज इंजेक्शन अनिवार्य रूप से लगाया जाए। क्योंकि रेबीज से बचाव का एकमात्र तरीका रेबीज का टीका ही है। सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज वैक्सीन 100 रुपये में दी जाती है. जबकि बाहर से यह डोज 200 से 300 रुपये में मिलती है. 16 मई को Hospital को वैक्सीन की 300 खुराकें मिलीं. एक शीशी से पांच मरीजों को टीका लगाया जाता है।

कुत्ते के काटने पर सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि क्या किया जाए: घाव को साफ पानी और साबुन से धोएं। घाव से खून और बलगम साफ करने के लिए घाव पर एंटीसेप्टिक, एंटी-बैक्टीरियल क्रीम लगाएं। इसलिए बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। घाव पर किसी भी तरह की पट्टी न लगाएं, बेहतर होगा कि घाव को खुला छोड़ दिया जाए, ताकि वह जल्दी सूख जाए। कुत्ते के काटने के 24 घंटे के भीतर डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।

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