Haryana में खनन घोटालों के कारण 20 हजार करोड़ के राजस्व नुकसान की जाँच की जाये : भूपेंद्र सिंह हुड्डा
Chandigarh चंडीगढ़: वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को कहा कि हरियाणा सरकार को राज्य में कथित खनन घोटालों के कारण 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व का नुकसान हुआ है और उन्होंने अवैध खनन की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। "भाजपा सरकार ने हजारों करोड़ रुपये खनन माफिया की जेब में क्यों जाने दिए? भाजपा उच्च स्तरीय जांच से क्यों भाग रही है," हुड्डा ने एक बयान में कहा।
पूर्व सीएम ने कहा कि रिपोर्ट और दर्ज मामलों के अनुसार, नूंह में अरावली की पहाड़ियों से हजारों टन पत्थर 'अवैध' तरीके से निकाले गए हैं। हुड्डा ने कहा कि अवैध खनन से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा, 'इसके बावजूद भाजपा सरकार इस मामले पर चुप है।' उन्होंने राज्य सरकार पर अरावली में अवैध खनन करने वालों की 'मदद' करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नूंह में अवैध खनन के कारण कई हादसे हो चुके हैं और लोगों की जान जा चुकी है।
हुड्डा ने कहा, 'इसी इलाके में खनन माफिया ने एक डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) की हत्या भी कर दी। इसके बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे साफ है कि सरकार के संरक्षण में अवैध खनन चल रहा है।' उन्होंने आरोप लगाया कि डाडम में खनन घोटाला हुआ है, जहां ऊंची-ऊंची पहाड़ियां समतल जमीन में बदल गई हैं। हुड्डा ने कहा कि खनन माफिया ने यमुना में काफी तबाही मचाई है। 'यमुना में इस हद तक खनन किया गया कि नदी का मार्ग ही बदल गया। उन्होंने कहा, ‘‘आस-पास के इलाकों में हमेशा बाढ़ का खतरा बना रहता है और इस क्षेत्र ने कई बार भयानक बाढ़ का सामना किया है।’’ उन्होंने बताया कि ‘अवैध’ खनन से सरकार के राजस्व और आम लोगों के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।