किसानों पर अत्याचार करने वाली सरकार को दिखता है सिर्फ अपना स्वार्थ- हुड्डा

पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा (bhupinder singh hooda) रविवार को चरखी दादरी में पूर्व उप राज्यपाल व पहली महिला सांसद चंद्रावती (Chandravati) की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे.

Update: 2021-11-14 13:52 GMT

जनता से रिश्ता। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा (bhupinder singh hooda) रविवार को चरखी दादरी में पूर्व उप राज्यपाल व पहली महिला सांसद चंद्रावती (Chandravati) की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे. इस दौरान दादरी विधायक सोमबीर सांगवान, झज्जर विधायक गीता भुक्कल सहित कई पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने चंद्रावती को श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं कार्यक्रम के बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि किसानों पर अत्याचार करने वाली सरकार को सिर्फ अपना स्वार्थ दिखता है. क्योंकि इनको किसानों से कोई लेना-देना नहीं है.

हुड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों से सम्मानपूर्वक वार्ता करके अति शीघ्र किसान आंदोलन का समाधान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि 16 नवम्बर को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग में किसानों के मुद्दों सहित आमजन के हित को लेकर रणनीति बनाएंगे और कांग्रेस विधायकों द्वारा सभी मुद्दों को विधानसभा में प्रमुखता से उठाया जाएगा. पूर्व सीएम ने कहा कि इस समय जहां पुलिस थानों में खाद बांटना सरकार की नीचता का प्रमाण है. वहीं भाजपा सरकार ने किसानों को बर्बादी के कगार पर पहुंचाया है. कांग्रेस का राज बनने पर सबसे पहले कृषि कानूनों को खत्म किया जाएगा और एमएसपी को गारंटी के साथ लागू किया जाएगा. क्योंकि सरकार द्वारा एमएसपी को खत्म करने की योजना तैयार की गई है ताकि किसानों को बर्बाद किया जा सके.
पूर्व सीएम ने कहा कि आज खाद लेने के लिए बहन, बेटियां और किसान लाइन में लगे हुए हैं. सरकार को सोचना चाहिए और फसल की एमएसपी पर खरीद करनी चाहिए. आज इस सरकार से किसान, मजदूर, व्यापारी, कर्मचारी हर वर्ग दुखी है. महंगाई इतनी बढ़ चुकी है कि भाजपा सरकार रोकने में नाकाम है. किसान आज बर्बाद हो रहा है, किसानों को आंदोलन करते हुए एक साल हो गया, लेकिन सरकार कोई समाधान नहीं निकाल रही. जो उनके कार्यकाल के समय प्रति आय आई थी वह आज नहीं है.
बता दें कि, चरखी दादरी के गांव डालावास की रहने वाली चंद्रावती ने 1977 में जनता पार्टी की ओर से भिवानी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ते हुए प्रदेश के कद्दावर नेता और पूर्व सीएम बंसीलाल को करारी शिकस्त दी थी. उन्होंने हरियाणा की पहली महिला सांसद बनने का गौरव प्राप्त किया था. 1977 में जब राजनीति में महिलाओं की भागीदारी न के बराबर थी, चरखी दादरी की चंद्रावती ने भिवानी लोकसभा क्षेत्र के पहले चुनाव में 67.62 प्रतिशत वोट लेकर जीत का जो रिकार्ड बनाया था, वह आज तक तोड़ा नहीं जा सका है.
चुनाव आयोग के रिकॉर्ड के मुताबिक 1977 में चंद्रावती ने 2 लाख 89 हजार 135 वोट हासिल किए थे, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल को 1 लाख 27 हजार 893 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था. माना जा रहा है कि आपातकाल का फायदा चंद्रावती को मिला और वे बीएलडी की टिकट पर 67.62 प्रतिशत वोट लेकर जीतने में कामयाब रहीं. भिवानी की पहली सांसद चंद्रावती जिला ही नहीं, आस-पास के एरिया में पहली स्नातक योग्यता वाली महिला होने का गौरव हासिल किए हुए थीं. इसके साथ ही वह पंजाब व हरियाणा बार में पहली महिला अधिवक्ता भी थीं. 3 सितंबर 1928 को जन्मी चंद्रावती ने संगरूर से स्नातक की थी, वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की. 14 नवंबर 2020 को कोरोना पॉजिटिव होने के चलते उनका निधन हो गया था.


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