Faridabadफरीदाबाद: फरीदाबाद में 4 दिन से लापता 20 वर्षीय संदीप यादव नाम के युवकका पुलिस पता नहीं लगा पाई, लेकिन उसके परिजनों ने उसका पता लगा लिया। संदीप परिजनों को जीवित नहीं मृत अवस्था में मिला, जिसका शव क्षत विक्षिप्त हालत में बादशाह खान सिविल hospital की मोर्चरी में रखा हुआ था यदि समय रहते वह मोर्चरी पर जाकर उसकी पहचान नहीं करते तो आज शव का पुलिस अंतिम संस्कार करा देती।
मृतक के भाई दीपक ने बताया कि वह लोग Faridabad के रामनगर इलाके में पिछले 17/18 सालों से रह रहे है, लेकिन मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के रहने वाले है। उसके भाई संदीप का बीती 4 जुलाई की शाम को मां से झगड़ा हो गया था, उसकी मां ने संदीप का फोन रख लिया था। दीपक ने बताया कि कुछ दिन पहले संदीप का पड़ोस के ही कुछ लड़कों से झगड़ा हुआ था, जिसका सेक्टर-11 की चौकी में फैसला भी हो गया था फोन पर उनकी बहस ना हो इसके चलते मां ने उसका फोन ले लिया था। इसी कारण झगड़ा करके वह चार जुलाई की शाम को निकला था, लेकिन पूरी रात घर नहीं आया। उसका कहीं कुछ पता नहीं चला, जिसके चलते पिता को लगा कि संदीप अपने साथियों के साथ घूमने हरिद्वार चला गया है।
जब उसके साथियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह तो घर पर ही हैं, वह संदीप से मिले ही नहीं। चार तारीख के बाद से वह संदीप को इधर-उधर खोज रहे थे और आज उसे खोजते हुए वह GRP Old Faridabad गए थे, जहां पर पुलिस ने उनसे संदीप का फोटो मंगवाया था। जिसके बाद उन्होंने बताया कि इसी तरह और तकरीबन इतनी उम्र के एक युवक का शव उन्हें राम नगर स्थित रेलवे ट्रैक पर मिला था, लेकिन उसकी जेब से कोई ऐसा समान नहीं मिला कि उसकी हो पाए। उसे अज्ञात मानकर बीके अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। यह जानकारी मिलने के बाद जब वह फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में पहुंचे और मोर्चरी में देखा तो वह संदीप का ही शव था। वहीं दीपक ने बताया कि उन्हें नहीं मालूम की यह हत्या है या आत्महत्या। वह चाहते हैं कि पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच करें, ताकि इसकी असल वजह का खुलासा हो पाए कि यह हत्या है या आत्म हत्या। पहचान