गुडगाँव न्यूज़: धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक रिहायशी सोसाइटी को फायर एनओसी रिन्यू करने के लिए जिला दमकल अधिकारी को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी क्रप्शन ब्यूरो गुरुग्राम की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया. इस कार्रवाई के लिए जिला राजस्व अधिकारी राकेश कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था.
आरोप है कि फायर एनओसी रिन्यू करने के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. आरडब्ल्यूए से बाकी रिश्वत का पैसा लेते हुए आरोपी को रंगे हाथ दबोच लिया. जानकारी के अनुसार धारूहेड़ा की विपुल गार्डन सोसाइटी की रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने फायर एनओसी रिन्यू कराने के लिए दमकल केंद्र रेवाड़ी में आवेदन किया था.
एनओसी रिन्यू करने के नाम पर जिला दमकल अधिकारी सज्जन सिंह सांगवान ने आरडब्ल्यूए प्रधान कंवर सिंह से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी. सज्जन सिंह ने कहा कि 40 हजार रुपये लेने के बाद भी एनओसी जारी नहीं हुई. इस पर वह बार-बार चक्कर लगाते रहे, लेकिन दमकल अधिकारी बकाया राशि की मांग करता रहा. आखिर में उसने इसकी शिकायत एसीबी को दी. इसके बाद दमकल अधिकारी को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई. 30 हजार रुपये लेकर वह रेवाड़ी स्थित कार्यालय पहुंचा. एसीबी के निरीक्षक रणबीर सिंह की टीम पहले से ही वहां मौजूद थी. जैसे ही उसने अधिकारी को यह रकम दी तो टीम ने उसे मौके पर ही दबोच लिया. टीम आरोपी को हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई.
एसीबी पांच माह में 30 आरोपियों को पकड़ चुकी
पिछले पांच महीने के दौरान 30 से अधिक भ्रष्टाचार के आरोपियों को गुरुग्राम टीम गिरफ्तार कर चुकी है.
छह अप्रैल को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की गुरुग्राम टीम ने तहसीलदार दर्पण कंबोज को भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़ा था. इन पर आरोप है कि दौलताबाद इलाके में अवैध कालोनियां काटने वालों से इन्होंने 40 लाख रुपये लिए थे. एसीबी के गुरुग्राम प्रभारी पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन के पास इसी साल जनवरी में शिकायत पहुंची थी.