कपास की खराब फसल के मुआवजे के लिए किसानों का प्रदर्शन, उपायुक्त कार्यालय पर जमकर की नारेबाजी

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Update: 2022-07-22 17:17 GMT

भिवानी। जिले के किसानों के लिए कपास की फसल के नुकसान की 137 करोड़ रूपये की बीमा राशि अधिकारियों के पास पहुंचने के बाद भी अटकी पड़ी है। इस मुआवजा राशि को किसानों के बीच बांटने के लिए शुक्रवार को अखिल भारतीय किसान सभा ने भिवानी उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करते हुए किसानों को बीमा राशि देने व पिछले तीन साल से पैंडिंग ट्यूब्वैल कनेक्शन जारी करने की मांग की।

जिला प्रशासन को बीमा राशि मिलने के बाद भी नहीं की जा रही वितरित
किसान नेता शेर सिंह व कमल प्रधान ने कहा कि पिछले दो महीने से कपास की खराब फसल के मुआवजे के लिए जिला प्रशासन के पास 137 करोड़ बीमा राशि पहुंच गई थी। लेकिन अब तक कुल राशि का केवल 20 फीसदी वितरण ही हो पाया है। जबकि अधिकतर किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। किसानों ने कहा कि जल्द से जल्द किसानों के खराबे की बीमा राशि उन्हे उपलब्ध करवाए तथा गांव-गांव में हुए नुकसान की भरपाई करें। इसके अलावा किसान सभा ने यह भी बताया है कि जिले के करीब 42 गांव के किसानों की कपास की फसल 39 से 50 फीसदी तक खराब हुई है। लेकिन इन किसानों ने बीमा भी नहीं करवा रखा है। इसलिए सरकार को ऐसे किसानों के लिए भी आर्थिक सहायता उपलब्ध करवानी चाहिए।
ट्यूव्बैल कनेक्शन जारी करने की मांग पर भी गरजे किसान
किसान नेताओं ने ट्यूव्बैल कनेक्शन को लेकर कहा कि नए कनेक्शन लेने के लिए किसानों के 5 से 6 लाख रूपये पिछले तीन साल से बिजली निगम के पास जमा है, लेकिन उन्हे अभी तक ट्यूव्बैल कनेक्शन जारी नहीं किया गया है। जबकि बिजली विभाग बिल देरी से भरने पर पैनल्टी लगाता है। ऐसे में उनकी मांग है कि किसानों को तुरंत कनेक्शन जारी करने के साथ ही इस समय अवधि का ब्याज भी किसानों को लौटाया जाए, ताकि वें खेत में फसल सिंचित कर सकें। वहीं खेतों से कृषि उपकरणों चोरी होने के मामलों को लेकर भी किसानों ने पुलिस जांच की मांग की है, ताकि ऐसे मामलों पर अंकुश लग सके।

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