लाश की मौत : पुलिस और डॉक्टर के बीच दिनभर हुई बहस
शव को देर शाम मोर्चरी में रखवाया गया था।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : नागरिक अस्पताल में डी-फ्रीजर खराब होने से एक अज्ञात साधु के शव को रखने से इन्कार कर दिया गया, मगर अंतत: शव वहीं पड़ा रहा।तीन दिन पहले भी मोर्चरी में शव रखने की बात पर भगवान का दर्जा रखने वाले डाक्टरों और सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाले पुलिसकर्मियों के बीच दिनभर बहस हुई थी। उस दौरान पीएमओ के आदेशों पर शव को देर शाम मोर्चरी में रखवाया गया था।
नियमानुसार अज्ञात शव को रखे हुए 72 घंटे का समय बीता तो जीआरपी थाना से एएसआइ उषा अन्य पुलिसकर्मियों के साथ सोमवार सुबह नौ बजे पोस्टमार्टम करवाने पहुंची।लेकिन यहां पोस्टमार्टम हाउस में डयूटी पर तैनात चिकित्सक ने उन्हें कहा कि यहां पोस्टमार्टम नहीं हो पाएगा, क्योंकि शव सड़-गल गया है। इस कारण फारेंसिक एक्सपर्ट ही शव का पोस्टमार्टम कर पाएंगे। चिकित्सक बोले की शव को रेफर कर रहे है, इसे अग्रोहा मेडिकल कालेज ले जाओ, पोस्टमार्टम वहीं होगा।पुलिसकर्मियों ने कहा कि अगर पोस्टमार्टम अग्रोहा ही करना था तो यहां तीन दिन पहले शव को रखा ही क्यों था।एएसआइ उषा ने शव को अग्रोहा मेडिकल कालेज ले जाने से मना कर दिया जबकि चिकित्सक ने शव को रेफर कर डी-फ्रीजर से बाहर निकलवा दिया। दिनभर शव मोर्चरी में सड़ता रहा जिससे शव की दुगर्ंध मोर्चरी हाउस के बाहर तक फैल गई।