साइबर ठग भी हुए शातिर, अपना रहे हैं ठग करने के नए नए पैंतरे

Update: 2022-09-05 13:29 GMT

साइबर क्राइम न्यूज़ अपडेट: हरियाणा पुलिस की साइबर टीम ने गत 2 दिनों में साइबर अपराध के अलग-अलग मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए आमजन के लगभग 6 लाख रुपए बचाने में कामयाबी हासिल की है। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि 1930 पर साइबर टीम को पंचकूला निवासी शिकायतकर्ता से शिकायत प्राप्त हुई जिसमें बताया कि उसका भतीजा विदेश में पढ़ता है। सुबह उसके पास एक फोन आता है कि मेरी नागरिकता पक्की हो गयी है और मैं यहाँ दोस्तों को पार्टी देने आया था। इस दौरान यहाँ झगड़ा हो गया जिसके कारण पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। मेरे वकील का फोन आएगा पैसे दे देना ताकि मैं बच जाऊं । ठग की बातों में आकर शिकायतकर्ता ने ठगों के खाते में 50 - 50 हजार कर, कुल 6 लाख कि पेमेंट डाल दी। बाद में खाते की जांच होने पर पता चला की वह खाता उत्तर प्रदेश के किसी बैंक का है। ठगी का अहसास होने पर शिकायतकर्ता ने 1930 पर शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस न तुरंत कार्रवाई करते हुए 1.50 लाख रुपये फ्रीज करवाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे जांच शुरू कर दी है।

प्रवक्ता ने आगे जानकारी देते हुए बताया की गुरुग्राम निवासी राहुल ने इंस्टाग्राम पर विज्ञापन देखा जिसमें पैसे दुगने करने का ऑफर था। अच्छा मौका जानकर राहुल ने पैसे इन्वेस्ट कर दिए। जैसे ही शिकायतकर्ता को ठगी का एहसास हुआ, उसने तुरंत 1930 पर शिकायत दी जिस पर तुरंत एक्शन लेते हुए शिकायतकर्ता के 85000 रुपये साइबर टीम ने वापस करवा दिए। एक अन्य मामले में गुरुग्राम निवासी अमरजीत को होटल ताज के पैकेज का लालच दिया था जिसमें करीबन 1.5 लाख रुपये ठग लिए थे। उक्त केस में भी साइबर टीम ने तुरंत खाता फ्रीज कर पैसे वापस करवाए। गुरुग्राम के ही एक अन्य मामले में साइबर टीम ने जय कुमार के 1 लाख रुपए बचाये थे। इसके अतिरिक्त कुरुक्षेत्र निवासी करमचंद को बेटे का स्कूल टीचर बन साइबर अपराधियों ने 1 लाख रुपए ठग लिए थे, जिसकी शिकायत 1930 पर प्राप्त होने के बाद पुलिस ने द्वारा रुपए वापस करवा दिए गए।

क्रेडिट कार्ड, पैसे दुगने की इन्वेस्टमेंट, होटल कूपन के नाम पर कर रहे है लूट: जैसा की विदित की स्टेट क्राइम ब्रांच द्वारा मात्र 8 महीने में ही साइबर अपराधियों पर वार करते हुए आम जनता के करीब 11 करोड़ रूपए बचाए जा चुके हैं । जनता को जागरूक करने के लिए प्रदेश के हर जिले में साइबर राहगीरी, नुक्कड़ नाटक, स्कूलों में जाकर विभिन्न प्रोग्राम आयोजित किए जा रहे हैं । जिस कारण से जनता अब साइबर अपराधों के प्रति जागरूक होती जा रही है। फिर भी साइबर अपराधी नए नए तरीके ईजाद कर रहे हैं। साइबर ठग सोशल मीडिया पर विज्ञापन के अलावा अन्य लुभावने ऑफर दे रहे हैं। साइबर अपराध होने पर तुरंत अपनी शिकायत 1930 पर दर्ज करवाएं ताकि अपराधी का खाता फ्रीज किया जा सके और उनकी मेहनत की कमाई बचाई जा सके। कभी भी अपना ओटीपी किसी को ना दें और इसके अलावा ना ही अपनी निजी जानकारी किसी से शेयर करें। किसी लुभावने ऑफर में पैसे लगाने से पहले जांच पड़ताल अवश्य करे।

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