खेदड़ पावर प्लांट की राख को लेकर हुए विवाद: महापंचायत ले सकती है बड़ा फैसला, आज होगा मृतक धर्मपाल का पोस्टमार्टम
खेदड़ पावर प्लांट की राख को लेकर हुए विवाद
हिसार: जिले के खेदड़ पावर प्लांट की राख को लेकर हुए विवाद में एक किसान की मौत हुई, जिसका आज पोस्टमार्टम होगा। उसका शव अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में रखा गया है। पोस्टमार्टम के बाद दाह संस्कार किया जाएगा। वहीं धर्मपाल की मौत के बाद खेदड़ गांव में शोक की लहर है।
गौर रहे कि प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर उसे जाम करने की कोशिश की। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे। यही नहीं किसानों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया और आंसू गैस के गोले भी दागे। इसके बाद किसान ट्रैक्टर पर सवार होकर बैरिकेड्स तोडने लग गए। इस दौरान खैदड निवासी किसान धर्मपाल ट्रैक्टर की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। इसी के साथ तीन पुलिसकर्मी भी इस घटना में घायल हो गए हैं। एसकेएस नेता श्रद्धानंद ने बताया कि मृतक धर्मपाल के परिवार के पास एक एकड़ जमीन है। मृतक का एक बेटा और एक बेटी है। बेटा ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है और वह अपने पिता के साथ खेती ही करता है। बड़ी बेटी ब्याही हुई है। आज 12 बजे पूरे प्रदेश में टोल समिति के किसान नेता और अन्य जगहों पर चल रहे किसान नेता खेदड़ पहुंचेंगे। समिति जो भी फैसला लेगी, उसी के अनुसार आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
ये था पूरा विवाद
खेदड़ पावर प्लांट में पिछले 85 दिनों से ग्रामीण और किसान धरना दे रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि प्लांट की राख पहले की तरह मुफ्त दी जाए, जबकि प्लांट के अधिकारी इसमें असमर्थता जता रहे हैं। क्योंकि बिजली मंत्रालय ने राख को टेंडर के जरिए बेचने का प्रस्ताव पास दिया है। यह राख ईंट बनाने में प्रयोग होती है। प्लांट में करीब 67 करोड़ की राख है। ग्रामीणों का तर्क है कि जब पहले राख को कोई लेता नहीं था तो ग्रामीण इसका प्रयोग करते थे। इससे खेदड़ गौशाला को होने वाली आय बंद हो जाएगी और करीब 1 हजार गायों का पालन पोषण कर रही गौशाला बंद हो जाएगी। इसलिए ग्रामीण पहले की तरह राख फ्री में देने की मांग कर रहे हैं।
सोर्स: पंजाब केसरी