हरियाणा के तीन वरिष्ठ IAS अफसर के सेवा विस्तार पर संशय के बादल, केंद्र सरकार से नही आया कोई अपडेट
हरयाणा न्यूज़: हरियाणा प्रदेश की वरिष्ठ अफसरशाही के तीन अफसरों को सेवा विस्तार मिलने पर फिलहाल संशय के बादल दिखाई दे रहे हैं। शुक्रवार 29 जुलाई का दिन शेष रह गया है, लेकिन केंद्र की ओर से सेवा विस्तार संबंधी कोई भी सूचना नहीं मिली है। दूसरी ओर, अफसरों की विदाई में रखी जाने वाली पार्टी भी आईएएस एसोसिएशन की ओर से फिलहाल नहीं रखी गई है। कुल मिलाकर शुक्रवार का दिन रह गया है, इस दिन केंद्र से कोई सूचना मिलने की पूरी पूरी उम्मीद है। हरियाणा सरकार में स्वास्थ्य विभाग और गृह विभाग दोनों प्रमुख विभागों में लंबे वक्त से तैनात अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा (1987 बैच आईएएस अधिकारी ) इसी माह सेवा निवृत्त होने हैं, तारीख 31 जुलाई निर्धारित है।
उधर, दूसर तरफ हरियाणा कैडर के दो अन्य वरिष्ठ अफसर अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के पीके दास और देवेंद्र सिंह की रिटायरमेंट की तारीख भी यही है। 1987 बैच के देवेंद्र सिंह की रिटायरमेंट भी इसी माह में हैं। दूसरी ओर, 1986 बैच के अफसर पीके दास अगले महीने में 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। इन तीनों अफसरों को दो-दो साल का सेवा विस्तार देने के लिए राज्य की मनोहरलाल सरकार की ओऱ से केंद्र सरकार को भेजा गया था। लेकिन गुरुवार तक कोई भी इस संबंध में अपडेट नहीं मिलने के कारण शुक्रवार का दिन बीच में है। दोनों ही अफसरों की रिटायरमेंट 31 जुलाई को हो जाएगी। क्योंकि 29 वर्किंग डे व इसके बाद में शनिवार व रविवार का दिन है, इसीलिए शुक्रवार को इस संबंंध में ज्यादा बेसब्री के साथ में इंतजार रहेगा। कार्मिक विभाग को दो साल के लिए जहां राज्य सरकार की ओऱ से लिखा गया है। वहीं, होम और सेहत विभाग के मंत्री अनिल विज ने उनके विभाग में तैनात राजीव अरोड़ा द्वारा कईं मौकों पर बेहतरीन काम करने का उल्लेख करते हुए एक साल का सेवा विस्तार देने की सिफारिश की थी। अब गौर करें, तो इसी माह दो अन्य आईएएस अमरजीत मान और राम सरूप वर्मा भी रिटायर होने जा रहे हैं। लेकिन इन अफसरों के बारे में कोई भी किसी तरह का कोई पत्र एक्सटेंशन के लिए नहीं भेजा है।
कईं अफसरों को पहले मिला सेवा विस्तार: पूर्व में राज्य सरकार के मुख्य सचिव के माध्यम से भेजी गई सिफारिश के बाद में कईं अफसरों को तीन से छह माह का सेवा विस्तार मिल चुका है। अखिल भारतीय सेवाएं (मृत्यु एवं सेवानिवृति लाभ) नियमावली, 1958 के नियम क्रमांक 16 (1 ) की बात करें, तो राज्य सरकार मुख्य सचिव की ओऱ से सेवा विस्तार की सिफारिश भेजी जाती है। जिसके बाद में केंद्र छह माह तक सेवा विस्तार दे सकता है। पूर्व में पीके महापात्रा और समीरपाल सरो सहित कईं अफसरों को सेवा विस्तार का लाभ मिला है। केंद्र से कुछ जवाब नहीं आने के बाद में राज्य की सरकारसेवानिवृति के बाद तीन माह तक री-एम्प्लॉयमेंट (पुनर्नियुक्ति ) प्रदान कर सकती है।
2024 तक दो दर्जन आईएएस अफसर होंगे रिटायर: हरियाणा में आने वाले दो साल के अंदर दो दर्जन आईएएस अफसरों की सेवानिवृत्ति के कारण अफसरों की संख्या में गिरावट आएगी, जिसको लेकर राज्य ने अभी से कामकाज की शुरुआत कर दी है। इस क्रम में केंद्र भेजे गए अफसरों को वापस बुलाने की तैयारी है। वहीं कुछ को सेवा विस्तार देने की मांग केंद्र से जा रही है। उल्लेखनीय है कि हरियाणा काडर के काफी अधिकारी केंद्र में सेवाएं दे रहे हैं। इन आईएएस अफसरों की बात की जाए, तो इनमें हरियाणा काडर के अभिलक्ष्य लिखि, उनकी धर्मपत्नी सुकृति लिखि के अलावा विवेक जोशीके नाम शामिल हैं।
आंकड़ों और अधिकारियों के सर्विस रिकार्ड पर गौर करें, तो आने वाले दो साल के अंदर अंदर राज्य में सेवा देने वाले अधिकांश दिग्गज रिटायर होने जा रहे हैं। आंकड़ों पर गौर करें,तो 31 जुलाई, 2024 तक राज्य में 23 अफसर सेवानिवृत्त होंगे। जिसके बाद में राज्य के अंदर एसीएस रेंक और, प्रमुख सचिव रैंक वाले आईएएस अफसरों की कमी पैदा होने जा रही है। इसी क्रम में बात करें, तो 1986 से 1997 बैच के चार अफसर जबकि इसी साल दस आईएएस अधिकारी 31 जुलाई से 31 दिसंबर के बीच सेवानिवृत्त होने वाले हैं। इन सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारियों में पांच मुख्य सचिव ग्रेड के हैं। इस तरह से सूबे में प्रमुख सचिव और एसीएस रेंक के अफसरों की कमी होगी। अनिल विज ने राजीव अरोडा के लिए कोविड और किसान आंदोलन में बेहतरीन काम करने का उदाहरण देते हुए एक साल के विस्तार की सिफारिश की हुई है।