बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका, कम खपत करने वालों का खर्च बढ़ा
हरियाणा विद्युत नियामक आयोग ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मुनाफे में होने के बावजूद बिजली की दर बढ़ा दी है।
हरियाणा विद्युत नियामक आयोग ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मुनाफे में होने के बावजूद बिजली की दर बढ़ा दी है। 150 यूनिट खर्च करने वाले बिजली उपभोक्ताओं से प्रति यूनिट 25 पैसे ज्यादा वसूले जाएंगे। जानकारों का कहना है कि बिजली निगम के इस कदम से बिजली की बचत करने वाले उपभोक्ता हतोत्साहित होंगे। उपभोक्ता इस बिजली बढ़ोतरी को गैर-जरूरी बता रहे हैं।
अभी तक 150 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं से 2.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली बिल का भुगतान करना होता था, लेकिन अब ऐसे उपभोक्ताओं को 2.75 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली बिल का भुगतान करना होगा। जिले में ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या एक लाख होने का अनुमान है, जबकि प्रदेश में ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या 10 लाख है।
बिजली उपभोक्ता पिछले काफी समय से बिजली खर्च को कम करने की मांग कर रहे हैं। उपभोक्ताओं को उम्मीद थी कि देर-सवेर बिजली का खर्च घटेगा, लेकिन हरियाणा विद्युत नियामक आयोग की इस बढ़ोतरी से आम उपभोक्ता ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
प्रत्येक माह बिजली बिल भेजने की मांग
बिजली उपभोक्ता प्रत्येक माह बिजली बिल भेजने की मांग कर रहे हैं, ताकि बिजली बिल का खर्च कम हो सके। उपभोक्ताओं का कहना है कि प्रत्येक माह बिजली का बिल आने से कम यूनिट का स्लैब बनेगा। इससे बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा फायदा होगा। मानव सेवा समिति के अध्यक्ष कैलाश शर्मा ने बताया कि बिजली निगम को प्रत्येक माह बिजली बिल भेजना चाहिए।
उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा
उपभोक्ता अजय बहल ने बताया कि आम लोगों की आमदनी नहीं बढ़ पा रही है। बिजली बचत करने वाले उपभोक्ताओं पर बिजली का बोझ बढ़ेगा। सरकार को इसमें दखल देकर बिजली बिल की बढ़ोतरी पर रोक लगानी चाहिए। सरकार को 300 यूनिट तक बिजली बिल की दर दो रुपये करनी चाहिए।
वहीं संदीप अरोड़ा का कहना है कि महंगाई के दौर में बिजली बिल बढ़ाने से सीमित आमदनी वाले उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा। जबकि ऐसे उपभोक्ताओं का बिजली बिल कम करने का प्रयास होना चाहिए था। बिजली निगम को बिजली चोरी रोककर अपनी आमदनी बढ़ानी चाहिए