कुकर्म के आरोप से बाइज्जत बरी हुआ अखलाक, पढ़ें क्या है मामला

दो साल लग जाते हैं ये बताने में कि कौन गुनहगार है कौन नहीं, जी हां हरियाणा के पानीपत में एक ऐसा ही मामला सामने आया है

Update: 2022-06-01 05:16 GMT
पानीपत: दो साल लग जाते हैं ये बताने में कि कौन गुनहगार है कौन नहीं. जी हां हरियाणा के पानीपत में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां दो साल पहले एक शख्स को मिले ज़ख्म पर कोर्ट ने अब जाकर मरहम रखा है. दरअसल उतर प्रदेश से आए अखलाख सलमानी नाम के युवक का दो साल पहले हाथ कट गया था. अखलाक का आरोप था हिन्दू संगठनों ने उसके हाथ पर 786 लिखा देख हाथ काटा था. अखलाख पर 9 साल के बच्चे के साथ कुकर्म के आरोप लगे थे. इन आरोपो से कोर्ट ने अब जाकर अखलाक को बरी कर (acquitted Akhlaq Salmani In Panipat) दिया.
अखलाक को दो साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद कुकर्म के आरोप से कोर्ट ने बरी कर दिया है. मूल रूप से यूपी का रहने वाला अखलाक करीब 2 साल पहले यूपी से पानीपत में काम की तलाश में आया था. युवक पर आरोप लगा कि उसने घर मे घुसकर बच्चे के साथ गलत कार्य करने की कोशिश की. इसी झगड़े में अखलाक का हाथ कट गया था.
कुकर्म के आरोप से बाइज्जत बरी हुआ अखलाक, इस संगठन पर लगा था हाथ काटने का आरोपअखलाक ने पुलिस और मीडिया में बयान दिया था कि हिन्दू संगठनों ने उसका हाथ काटा क्योंकि उसके हाथ पर 786 लिखा था. वहीं अखलाख पर बच्चे के साथ गलत कार्य करने का केस दर्ज हुआ. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद कोर्ट ने अखलाख को बरी कर दिया. कोर्ट ने पाया कि अखलाक ने बच्चे के साथ कोई गलत कार्य नही किया था.
अखलाख का केस लड़ रहे पानीपत कोर्ट के वकील इंतजार अली हारून खान ने बताया कि उनके क्लाइंट पर लगे आरोप जज को बेबुनियाद लगे अकलख को बरी कर दिया गया है. अब आगे अखलाक का हाथ काटा गया है उसकी लड़ाई लड़ेंगे और युवक को इंसाफ दिलाएंगे. युवक के वकीलों का आरोप है पुलिस आरोपियों का साथ दे रही है.
वही कोर्ट के फैंसले के बाद अकलाख के भाई ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि लंबे समय बाद इंसाफ मिला है.
Tags:    

Similar News

-->