गुजरात में 5.68 करोड़ की लागत से 40 जगहों पर स्मार्ट अंडरग्राउंड डस्टबिन
वड़ोदरा शहर से रोजाना निकलने वाले घरेलू कचरे के निस्तारण के लिए डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन सिस्टम चालू है, लेकिन स्मार्ट सिटीज मिशन के तहत शहर में कचरा के ओपन स्पोट का न्यूसन्स दूर करने के लिए 5.68 करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट अंडरग्राउंड वेस्ट कलेक्शन सिस्टम शुरू करने जा रहा है। वड़ोदरा गुजरात में सूरत के बाद स्मार्ट भूमिगत कचरा संग्रह प्रणाली लागू करने वाला दूसरा शहर बन जाएगा। वाणिज्यिक क्षेत्रों में मौजूदा कंटेनरों को बदलने की क्षमता वाले स्मार्ट भूमिगत कूड़ेदान सभी क्षेत्रों में कुल 40 स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे और स्मार्ट अपशिष्ट संग्रह प्रणाली लागू की जाएगी। स्मार्ट अंडरग्राउंड वेस्ट कलेक्शन सिस्टम का गुरुवार को सुबह बरनपुरा नाका में उद्घाटन किया गया।
स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष के मुताबिक, स्मार्ट अंडरग्राउंड वेस्ट कलेक्शन सिस्टम सेंसर और सॉफ्टवेयर से लैस है। जो कंटेनर में कचरे के स्तर को ट्रैक करता है, जब कंटेनर अपनी अधिकतम क्षमता से भर जाएगा तो सिस्टम नियंत्रण और कमांड सेंटर को अलर्ट भेजेगा। यह नई पद्धति से खुले/ न्यूसन्स स्थलों को समाप्त कर देगी और कचरे को व्यवस्थित रूप से एकत्रित और निपटान करेगी। आवारा पशुओं द्वारा किये जाने वाला गंदकी बंद होगा। 3×4 मीटर के प्री-कास्ट फाइबर से बने स्मार्ट डस्टबिन में लगभग एक टन कचरा रखा जा सकता है।
जुलाई माह तक हाइड्रोलिक अंडरग्राउंड डस्टबिन लगाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। डस्ट बीन भर जाने पर उसमें लगे सेंसर से जानकारी मिल जाएगी। जब वह भर जाएगा तो उसे लेने के लिए गाड़ी आएंगे और कूड़ेदान को उठाकर गाड़ी में डाल दिया जाएगा। इस तरह के कूड़ेदान से सड़क पर गंदगी और कचरा नजर नहीं आता है। डस्टबिन फिलिंग सेंसर का एक सीधा संदेश जो कार्यालय पहुंचने पर वाहन को डस्टबिन खाली करने के लिए भेजा जाएगा। इस प्रकार के कूड़ेदान कर्नाटक के बेलगाम दक्षिण में रखे गए
हैं।