गुजरात शिक्षा मंत्री ने किया बड़ा ऐलान, स्‍कूलों में भगवद गीता पढ़ाना हुआ तय

गुजरात (Gujarat) के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है,

Update: 2022-03-17 16:07 GMT

नई दिल्‍ली. गुजरात (Gujarat) के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है, कि राज्‍य के स्‍कूलों में भगवद गीता पढ़ाई जाएगी. स्‍कूली शिक्षा पाठ्यक्रम में भारतीय संस्‍कृति और ज्ञान प्रणाली को शामिल करने के लिए पहले चरण में, भगवद गीता ( Bhagavad Gita) में निहित मूल्यों और सिद्धांतों को कक्षा 6-12 से स्कूलों में बच्चों की समझ और रुचि के अनुसार पेश किया जाएगा. यह शैक्षिक वर्ष 2022-23 से लागू होगा. शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्‍कूल की प्रार्थना में भी गीता के श्लोक शामिल करने की योजना है.

उन्‍होंने कहा कि स्‍कूली बच्‍चों को ध्‍यान में रखते हुए इसे सरल रूप में शामिल किया जाएगा. पाठ्य पुस्तकों में कहानी और पाठ के रूप में रखा जाएगा ताकि छठी से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले स्‍टूडेंट्स इसे आसानी से पढ़ और समझ सकें. शिक्षा मंत्री ने कहा कि कक्षा 9वीं से 12वीं में भगवद गीता को पहली भाषा की पाठ्यपुस्तक में कहानी और पाठ के रूप में रखा जाएगा. इसके साथ ही कक्षा 6 से 12 तक के लिए मुख्य साहित्य/अध्ययन सामग्री (मुद्रित, श्रव्य-दृश्य) प्रदान की जाएगी. इसे अगले शैक्षणिक सत्र से ही लागू करने की योजना है.मंत्री जीतू वघानी ने कहा कि स्कूल के प्रार्थना कार्यक्रम में भी भगवद गीता के पाठ को शामिल करना चाहिए. स्कूलों में भगवद गीता पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताएं और रचनात्मक गतिविधियां जैसे श्लोक, श्लोकपूर्ति, निबंध, नाट्य, चित्र, प्रश्नोत्तरी और भाषण आदि का आयोजन किया जाना चाहिए. इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिसंबर 2021 में ऐलान किया था कि स्कूलों में भी छात्रों को भगवत गीता के श्लोक पढ़ाए जाएंगे.
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