नई तकनीक का इस्तेमाल कर 'तटीय सुरक्षा' को अभेद्य बनाने की दिशा में काम कर रही सरकार: केंद्रीय गृह मंत्री
केंद्रीय गृह मंत्री
द्वारका प्रेट्र। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नई तकनीक का इस्तेमाल कर तटीय सुरक्षा को अभेद्य बनाने की दिशा में सरकार काम कर रही है। शनिवार को यहां नेशनल एकेडमी आफ कोस्टल पुलिसिंग (NACP) में अधिकारि यों के साथ बातचीत में शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम तटीय सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए नई तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं। हम समुद्री खतरों से निपटने के लिए तटीय सुरक्षा की चुनौतियों का गंभीरता से आकलन कर रहे हैं।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भविष्य में यह संस्थान देश के विभिन्न तटीय राज्यों की समुद्री पुलिस को गहन और उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान करेगा और तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
तटीय सुरक्षा को ध्यान में रखकर अर्धसैन्य बलों को दी जाती है ट्रेनिंग
यह प्रशिक्षण संस्थान यहां ओखा के निकट स्थापित है और इसका संचालन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) करता है। 2018 में स्थापित यह संस्थान देश का पहला पुलिस प्रशिक्षण केंद्र है जहां तटीय सुरक्षा को ध्यान में रखकर अर्धसैन्य बलों को ट्रेनिंग दी जाती है। गुजरात में बीएसएफ के महानिरीक्षक जीएस मलिक ने गृह मंत्री को बताया कि गुजरात, महाराष्ट्र तथा चार केंद्र शासित प्रदेशों समेत नौ तटीय राज्यों के 427 कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके अलावा सीमा शुल्क, बीएसएफ एवं सीआइएसएफ के अधिकारियों को भी गत छह में ट्रेनिंग दी गई है।
द्वारकाधीश मंदिर में अमित शाह ने की पूजा अर्चना
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, दो दिन के गुजरात दौरे पर आए शाह यहां के प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर गए और वहां पूजा-अर्चना की। गृह मंत्री ने ट्वीट किया, द्वारका की पवित्रभूमि पर स्थित श्री द्वारकाधीश मंदिर में भगवान श्री कृष्ण के दर्शन कर राष्ट्र की उन्नति व प्रगति के लिए प्रार्थना की।