कल गोवा में 40 विधानसभा सीटों के लिए होगा मतदान, बीजेपी, कांग्रेस के अलावा टीएमसी-AAP भी मैदान में

गोवा की 40 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव-प्रचार शनिवार को समाप्त हो गया है.

Update: 2022-02-13 06:32 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गोवा की 40 विधानसभा सीटों (Goa Vidhansabha election) के लिए चुनाव-प्रचार शनिवार को समाप्त हो गया है. राज्य में सोमवार को एक ही चरण में 40 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. हालांकि, गोवा विधानसभा चुनाव में इस बार मुकाबला कड़ा है.सत्ताधारी दल बीजेपी को कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों से कड़ी चुनौती मिल रही है.दरअसल, गोवा विधानसभा में 40 सीटे हैं, जिसमें से बीजेपी के पास वर्तमान में 17 विधायक हैं, और उसे महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP), गोवा फारवर्ड पार्टी (GFP) के विजय सरदेसाई और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है.

गोवा फारवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायक हैं. जबकि दूसरी ओर कांग्रेस के पास 15 विधायक हैं. हालांकि, इस बार गोवा विधानसभा चुनाव में अलग-अलग राजनीतिक दलों के कुल 301 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. गोवा विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के अलावा शिवसेना गठबंधन चुनावी ताल ठोक रहे हैं.
पिता की सीट पर बेटे की अग्नि परीक्षा
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर भी अपने पिता की परंपरागत पणजी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. बता दें कि, पणजी विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था. बीजेपी ने पणजी सीट से अतानासियो 'बाबुश मोनसेरेट को मैदान में उतारा है. हाल ही में अतानासियो 'बाबुश मोनसेरेट कांग्रेस के 9 अन्य विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे.राज्य की चुनावी राजनीति में पणजी विधानसभा सीट का अपना ही महत्व है. पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पणजी विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया था, और वह राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं.
कांग्रेस ने लगाया पूरा जोर
बता दें कि, गोवा में विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों ने ताकत झोंक दी थी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव के साथ विधानसभा चुनाव में जमकर प्रचार किया. उन्होंने कांग्रेस द्वारा कराए गए विकास कार्यों को लेकर जनता से वोट की अपील की. साथ ही उन्होंने राज्य में लोगों के कल्याण में बाधा डालने के लिए राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की आलोचना की.
विपक्षी दलों ने चुनाव प्रचार में झोंकी ताकत
इसके अलावा भाजपा, कांग्रेस और टीएमसी के कई उम्मीदवारों के साथ-साथ अन्य राजनीतिक दलों ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए वीडियो संदेश साझा किया. इस बीच आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी विधानसभा चुनाव के लिए बड़ा वादा किया. उन्होंने वादा किया कि अगर उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आई तो 18 साल से अधिक उम्र की हर महिला को नकद सहायता और कई समुदायों को अन्य लाभ दिए जाएंगे. हालांकि, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने भी महाराष्ट्र के सुशासन के माडल को अन्य सभी राज्यों में दोहराए जाने की बात कही.
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