क्रिकेट का लुत्फ उठाने के बाद वीकेंड पार्टी में युवाओं का धमाल
नाइट पार्टी और हुक्काबारों में फ्लेवर्ड नशे का कश
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी में नाईट पार्टी का दौर चला जा रहा है। रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज़ टी-20 मैच के खत्म होने के बाद रात भर होटलों में पार्टी चली है। नाईट पार्टियों में युवाओं ने डांस और युवतियों ने अपने जलवे बिखेरे है। राजधानी में हर वीकेंड की शाम को नाईट पार्टी का आयोजन किया जाता है। जिसमें रायपुर शहर के बाहर से भी युवक-युवती आते है। जिसके चलते वीआईपी रोड के होटलों और पब्स में रात रंगीन होने लगती है, नाइट पार्टी चलती रहती है और युवा पूरी मस्ती में होते है। डीजे की धुन में युवा मुंबई शहर जैसे टपोरी स्टाइल में पार्टी की और छेड़ी गई से तो पूरा शहर ही झूम उठा है। क्लबिंग नाइट पार्टी में लोगों ने जमकर मस्ती की। शहर भर में युवा नशे के आदि होते जा रहे है। शहर में नशे के पार्टियों के साथ ही हुक्काबारों में भी निर्बाध नशा परोसा जा रहा है। जिसका विरोध करते हुए पूर्व विधायक कसडोल राजकमल सिंघानिया ने मुख्यमंत्री को पत्र जारी किया कि रायपुर शहर में हुक्का बारों को बंद किया जाए ताकि शहर की युवा नशे में डूबती जा रही है जिसे बचाने के लिए एक मुहिम भी चलाने की आवश्यकता है।
डीजे की धुन में झूमे युवा
डीजे की धुन में युवाओं ने रात भर पार्टी की है। शहर भर के युवा रात की पार्टी का मज़ा लेने पहुंचे होटल और पब्स में। फि़ल्मी स्टाइल की पार्टी में शामिल होने पंहुचा शहर का आवाम ने देर रात तक लुत्फ उठाया।
इसके अलावा ब्लू ब्लेजर में आयोजित पार्टी में भी यही हाल था। डीजे के गानों पर भी पार्टी में शामिल युवा मस्ती में झूमे। रायपुर की पार्टी में बॉलीवुड के गानों पर युवा ने जमकर ठुमके लगाए। वहीं पंजाबी पॉप ने पार्टी को और रंगीन बना दिया और देर रात तक पार्टी में युवा थिरकते रहे।
पब्स में होती शाम रंगीन
अक्सर लोग पब, बार और क्लब के अंतर पर कम ही ध्यान देते हैं। पब यानि पब्लिक हाउस की भी शुरुआत दिल्ली से ही हुई है। सरल भाषा में कहें तो पब एक ऐसी जगह है जहां मुख्य रूप से लोग शराब पीने ही जाते हैं। पब में हालांकि खाना भी सर्व किया जा सकता है लेकिन वह ऑप्शनल है। पब में बैठना जरूरी नहीं होता है, पब में ये काफी आम है कि लोग खड़े होकर ही अपनी ड्रिंक का आनंद उठा रहे है। पब में डांस आम नहीं है और यहां से डांस फ्लोर भी नदारद होते हैं। बैकग्राउंड संगीत भी रहता है लेकिन वह भी ज्यादातर रिलैक्सिंग और शांत ही होता है। आमतौर पर पब दिन में भी खुले होते हैं और यहां बीयर काफी आम ड्रिंक में शुमार होती है।
पार्टियों में रात होती रंगीन
राजधानी में बार अपेक्षाकृत महंगे होते हैं। यहां कॉकटेल, आइस शॉट्स, बीयर और अलग-अलग तरह की महंगी शराब परोसी जाती है। जहां पब में माहौल थोड़ा रिलैक्स होता है, वहीं बार में लाइट्स, कलर और म्यूजिक के जरिए माहौल को रंगीनियत प्रदान की जाती है। क्लब थीम बेस्ड होते हैं। स्पोट्र्स क्लब में आप अपने मनचाहे खेल का आनंद लेते हुए ड्रिंक के साथ एंजॉय कर सकते हैं, नाइट क्लब केवल डांस को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं। यहां लोगों को कई मशहूर डीजे या फिर नए-नए आर्टिस्ट परफॉर्म करते हुए मिल जाते है।
होटल, रेस्तरां में भी अतिरिक्त व्यवस्थाएं
होटल और रिसॉर्ट संचालकों द्वारा आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए बेहतरीन इंतजाम किए गए थे। हाइवे स्थित ढाबों पर युवा संगीत की धुन में लोग थिरकते रहे। न्यू इयर को लेकर शहर के होटलों और मैरिज गार्डनों पर भी नाईट पार्टी का आयोजन किया गया था। जश्न का दौर शनिवार-रविवार शाम से ही शुरू हो गई। शहर को बनाने के लिए तीन चीजों की जरूरत पड़ती है- बादशाह, बादल और दरिया और रायपुर को ये तीनों ही भरपूर मिलते है। यही वजह है कि इस शहर की एक अलग ही शान और आकर्षण है।
मिड-डे अखबार जनता से रिश्ता में किसी खबर को छपवाने अथवा खबर को छपने से रूकवाने का अगर कोई व्यक्ति दावा करता है और इसके एवज में रकम वसूलता है तो इसकी तत्काल जानकारी अखबार प्रवंधन और पुलिस को देवें और प्रलोभन में आने से बचें। जनता से रिश्ता खबरों को लेकर कोई समझोता नहीं करता, हमारा टैग ही है-
जो दिखेगा, वो छपेगा...