बाल गृह से भागे दो बच्चे नहर में डूबे, एक की जान बची, दूसरे की तलाश जारी

छत्तीसगढ़

Update: 2022-02-20 15:53 GMT

कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा में भागकर नहर मे नहाने गए बच्चे डूब गए। इसमें से एक ने तो किसी तरह से अपनी जान बचा ली। मगर दूसरे का घटना के 30 घंटे बाद भी कुछ पता नहीं चल सका है। प्रशासन और गोताखोरों की मदद से दिनभर उसकी तलाश की गई। इसके बावजूद अब तक उसका कोई सुराग है। मामला दर्री थाना क्षेत्र का है। दर्री में बाल गृह है। यहां वो बच्चे रहते हैं जिनके मां-बाप अपने बच्चों का पालन पोषण नहीं कर सकते। ऐसे बच्चों को यहां रखकर पढ़ाया लिखाया जाता है। यहां करीब ऐसे ही 28 बच्चे रहते हैंं। इस बीच शनिवार सुबह बाल गृह प्रशासन में तब हड़कंप मच गया। जब उन्हें पता चला कि बाल गृह से 2 बच्चे गायब हैं। प्रशासन ने इनका नाम तो नहीं बताया है।

मगर ये बताया है कि एक बच्चा 5वीं क्लास में पढ़ता है। दूसरा 7वीं में पढ़ता था। बच्चों की उम्र 12 और 14 साल है। दोनों सुबह 7 बजे से गायब थे। इसकी शिकायत खबर लगते ही प्रशासन ने दर्री पुलिस से की थी। इधर, दोनों बच्चे भागकर बालको क्षेत्र के शिवनगर रुमगरा के पास बहने वाले नहर में नहाने के लिए पहुंच गए थे। दोनों वहां से भागकर पहले आस-पास घूमते रहे थे। फिर करीब 12 बजे दोनों नहर में नहाने के लिए गए थे। इसी दौरान ये हादसा हुआ है। दोनों नहाने के लिए जिस जगह पर कूदे वह जगह काफी गहरी थी। दोनों को इस बात का अंदाजा ही नहीं था कि अंदर इतना गहरा पानी है। इसके बाद 7वीं में पढ़ने वाला बच्चा वहीं डूब गया। जबकि 5वीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चे ने तैरकर किसी तरह अपनी जान बचाई।

बताया गया कि जिस बच्चे ने अपनी जान बचाई, वह नहर के पास से भागता हुआ सीधा बाल गृह पहुंच गया और उसने पूरी जानकारी प्रबंधन को दी। तब जाकर ये पूरा मामला सामने आया है। जानकरी मिलते ही दोपहर को 2 बजे प्रबंधन ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद बच्चे की तलाश शुरू की गई। मौके पर जाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। लेकिन शनिवार शाम तक भी उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद रविवार सुबह से भी उसकी तलाश जारी रही। फिर भी उसका रविवार दिनभर भी कुछ पता नहींं चल सका है।
जान बचाकर वापस लौटे 5वीं के छात्र ने बताया कि हम शनिवार सुबह 7 बजे भाग गए थे। हमने प्लान बनाया था कि घूमेंगे। इसलिए हम निकले थे। हमें भागने का मौका तब मिला जब सुबह काम करने वाली बाई ने पीछे का दरवाजा खोल रखा था। हमने देखा कि दरवाजा खुला हुआ है। इसलिए हमारे पास मौका था तो हम निकल गए। वहां पर एक साइकिल थी। जिसे लेकर हम नहर के पास गए थे। इधर, पुलिस ने बताया कि ये नहर दर्री बांध से निकलने वाले पानी के लिए बनाया गया है। इस बांध से आस-पास के प्लांट को पानी सप्लाई किया जाता है। इसी वजह से इस नहर में पानी का तेज बहाव था। जिस जगह पर बच्चे पहुंचे थे। वो जगह भी काफी गहरी है। यही वजह है कि बच्चे का अब तक कुछ पता नहीं चला है। वहीं पता चला है कि इस मामले में अब बाल गृह प्रबंधन के खिलाफ भी कलेक्टर कार्रवाई कर सकती हैं।

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