दुर्ग। भिलाई के कुछ दबंगों को ऑनलाइन सटोरियों को पकड़कर वसूली करने की योजना भारी पड़ गई। इन लोगों ने देर रात एक प्राइवेट ऑफिस में घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट की। ऑफिस के इंचार्ज ने इसी दौरान पुलिस को फोन कर दिया। उधर, दबंगों को ऑफिस के अंदर ऑनलाइन सटोरिए तो नहीं मिले, लेकिन वो खुद सलाखों के पीछे पहुंच गए। गिरफ्तार आरोपियों में एक सीएएफ का जवान भी शामिल है।
नेहरू नगर निवासी मृणाल विश्वास ने उसके दफ्तर में घुसकर मारपीट व तोड़फोड़ करने की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसका नेहरू नगर भिलाई में आईटी से संबंधित ऑफिस है। वहां डाटा एंट्री का काम होता है।
12 अगस्त की रात 2 बजे अचानक एक स्कॉर्पियो से 6 लड़के बेसबॉल, डंडा लेकर पहुंचे। वो आफिस का ताला तोड़कर कर अंदर घुसे और कर्मचारियों से गाली गलौज कर मारपीट करने लगे। यह सब देख मृणाल ने डायल 112 में फोन करके पुलिस को बुला लिया। आरोपी पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस ने घेरा बंदी करके 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इस केस में जी. वेंकटेश (34 साल), देवेन्द्र चौधरी (21 साल), रूपेश थानेकर (24 साल), चंद्रहास चौधरी (22 साल) व एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है।