बिलासपुर। बिलासपुर के छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (CIMS) के डॉक्टरों ने रोड एक्सीडेंट में घायल 34 साल के एक युवक के चेहरे का जटिल ऑपरेशन कर नया जीवन दिया है। हादसे में गंभीर रूप से घायल युवक के चेहरे की हडि्डयां चूर-चूर हो गई, जिसे 22 प्लेट्स और 60 स्क्रू लगाकर सफल ऑपरेशन किया गया। खास बात यह है कि पूरे चेहरे की हड्डिया को जोड़ने के लिए चीरा लगाना पड़ता, जिससे चेहरे पर चीरे के निशान बन जाता। लेकिन, ऑपरेशन बाई कोरोनल फ्लैप लेकर और मुंह के अंदर से किया गया और चेहरे पर सिर्फ दो छोटे चीरे लगाए गए। इससे उसके चेहरे पर निशान नहीं दिखेगा।
कोरबा निवासी 34 वर्षीय मोहन लाल (बदला हुआ नाम ) पिछले दिनों सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिससे उसके चेहरे की हड्डियां बुरी तरह से टूट कर चूर-चूर हो गई थी और चेहरा पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया था। उसके माथे की हड्डी, नाक की हड्डी, ऊपरी जबड़े की हड्डी, निचले जबड़े की हड्डी, दोनों आँख के चारों ओर की हड्डियां छोटे-छोटे हिस्सों में टूट गई थी। हादसे के बाद मरीज पहले निजी चिकित्सालय में इलाज करवाने गया था।
इस ऑपरेशन की खास बात यह है कि पूरा चेहरे की हड्डियों को जोड़ने के लिए चीरा लगाना पड़ता, जिससे चेहरे पर चीरे के निशान बन जाते। इसलिए ऑपरेशन बाई कोरोनल फ्लैप लेकर व मुह के अंदर से किया गया और चेहरे पर सिर्फ दो छोटे चीरे लगाए गए। ऑपरेशन के बाद मरीज पूरी तरह स्वस्थ, संतुष्ट एवं खुश है।