जशपुर। सौर सुजला योजना अंतर्गत जिला के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा व बिरहोर जनजाति परिवारों को लाभान्वित किया जा रहा है। सौर सुजला योजना के तहत् पहाड़ी कोरवा व बिरहोर परिवार के लोगों के लिए प्राथमिकता से पेयजल की उपलब्धता कराई जा रही है। क्रेड़ा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिरहोर व पहाड़ी कोरवा जनजाति समुदाय के लोगों के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 89 हितग्राहियों के यहां 89 नग सिंचाई हेतु सोलर पंप की स्थापना की जा चुकी है। क्रेड़ा विभाग के सहायक अभियंता ने जानकारी देते हुए बताया कि कुनकुरी विकासखंड के ग्राम पंचायत बेहराखार के आश्रित मोहल्ला शंकरनगर में सौर सुजला योजना अंतर्गत बिरहोर जनजाति के हितग्राही बिरनी बाई के यहां सोलर पंप स्थापित कराया गया है। जिससे उनको शुद्ध पेय जल की सुविधा के साथ-साथ कृषि कार्यों के लिए पर्याप्त मात्रा में सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध हो रही है। वर्तमान में बेहराखार में 07 हितग्राही के यहां पंप स्थापित कराया गया है। जिसका लाभ हितग्राहियों को मिल रहा है।
सोलर पंप स्थापित करने के पूर्व शंकरनगर में निवासरत बिरहोर जनजातियों की ओर से हैंडपंप से पेयजल की व्यवस्था की जाती थी। जिसमें आयरन युक्त लाल पानी आने के कारण शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। जिससे संज्ञान में लेते हुए जिला प्रशासन की ओर से हितग्राही बिरनी बाई के जमीन में बोरवेल कराया गया था। जहां वर्तमान में सौर सुजला योजना अंतर्गत सोलर पंप स्थापित की स्थापना कर दी गई है। अब शंकरनगर में निवासरत् बिरहोर जनजाति के परिवारों शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रही है। उल्लेखनीय है कि विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आवास, बिजली, पानी और मूलभूत की सुविधा उपलब्ध कराने से उनके जीवन स्तर में सुधार हुआ है। अब पहाड़ी कोरवा और बिरहोर परिवार के लोगों हेतु छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन द्वारा प्राथमिकता से राशन व स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है।