बदतमीजी करता है सीनियर अधिकारी, कार्रवाई नहीं होने से महिला कर्मचारी परेशान

छग

Update: 2023-01-15 04:29 GMT

सोर्स न्यूज़    - आज तक  

कोरिया। जिले के एसईसीएल चरचा कॉलरी में एक महिला ने अपने सीनियर अधिकारी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं.शिकायत और मानसिक प्रताड़ना के बाद भी महिला को अब तक न्याय नहीं मिला है. मामले की जांच के लिए 3 जनवरी को एक कमेटी का गठन किया गया था. जिसे सात दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी.लेकिन अब तक जांच ही शुरु नहीं हुई है.ऐसे में प्रबंधन की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं.

एसईसीएल चरचा कॉलरी में महिला कर्मी की शिकायत की जांच करने छह सदस्यीय कमेटी गठित कर सात दिन में रिपोर्ट मांगी गई थी. लेकिन कमेटी ने 11 दिन बाद भी जांच शुरु नहीं की है.अब महिला को अपनी जान की परवाह सता रही है.इस मामले में एसइसीएल चरचा कॉलरी की एक महिला कर्मी ने वरिष्ठ अधिकारी कार्मिक के खिलाफ अभद्रता की शिकायत सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं.महिला कर्मी ने प्रताड़ना को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी थी. लेकिन शिकायत के बाद भी दोषी अधिकारी के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई.

शिकायत के बाद जब अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो अपने पद का इस्तेमाल करते हुए अधिकारी नेमहिला का ट्रांसफर दूसरे विभाग में कर दिया.जिससे त्रस्त महिला कर्मी ने सह क्षेत्र प्रबंधक को लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग रखी है. मामले मे सब एरिया मैनेजर ने महिला की शिकायत की जांच करने छह सदस्यीय कमेटी गठित कर सात दिन में रिपोर्ट मांगी थी. जिसमें चीफ मैनेजर माइनिंग जेपीएन, असिस्टेंट मैनेजर फाइनेंस देवेंद्र शर्मा, मैट्रन रीजनल हॉस्पिटल, मैट्रन एनी पी कोशी, ग्रेड-1 क्लर्क अंजू सिंह, ग्रेड-3 क्लर्क शांति दास गुप्ता शामिल हैं. फिलहाल इंक्वारी कमेटी 11 बीत जाने के बाद जांच शुरू नहीं कर पाई है. कमेटी की सुस्ती और उदासीनता के कारण पीड़ित महिला मानसिक तनाव में रहती है.


Tags:    

Similar News

-->