रायपुर। रायपुर के माना विमानतल के समीप मक्का उत्पादक किसान श्री नमई बर्मन के हौसले और सपने भी आकाश की उंचाइयों को छूते हैं। नमई की मक्का की फसल अभी कट रही है और उसके खरीददार गांव और उनके खेतों तक पहुंचकर समर्थन मूल्य से अधिक दाम पर उनके मक्का को खरीद रहे है।
नमई ने बताया कि वे करीब 15 वर्षो से खेती कर रहें हैं । उनके पास खुद की करीब 3 एकड जमीन है। इसके साथ वे रेग मे खेत लेकर करीब 30 एकड खेत में खेती करते हैं। मुख्यमंत्री रफ्तार योजना (मूल्यवर्धन उत्पादन योजना) के तहत अनुदान में उन्हें कृषि विभाग से मक्का का बीज मिला । इसके अलावा क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारियों की सलाह के साथ-साथ निःशुल्क निन्दानाशक, कीटनाशक एवं वर्मी कम्पोस्ट भी मिला । उनकी मेहनत और जजबे ने रंग दिखाया और प्रति एकड जमीन में करीब 38 क्विंटल की फसल हुई। उन्होंने बताया कि डेयरी, पशुपालन और मुर्गीपालन व्यवसाय में मक्का की काफी डिमांड हैं। रायपुर के बडे व्यापारी उनकी फसल 2200 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद रहें है, जिससे समर्थन मूल्य से उन्हे करीब 400-500 रूपये प्रति क्विंटल की अधिक कीमत मिल रही है।
नमई ने बताया कि वे मक्का को बरसात और गर्मी दोनों ही मौसम में उगातें हैं। इसके अलावा भी धान और सब्जियों की फसल भी लेतें है। वे समीप के किसानों को समझाईश देते है कि धान के अलावा मक्का जैसी अन्य फसलों को भी लगाये क्योंकि इससे उन्होंने अधिक लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि वे खरीफ में भी 15-20 एकड़ भूमि रेग में लेकर मक्का की खेती करते है।
रायपुर जिले के उप संचालक श्री आर.के. कश्यप ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन किसानों को धान के अलावा अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और इसके लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत धान के साथ 9 हजार रुपये प्रति एकड़ एवं धान के बदले 10 हजार रुपये प्रति एकड़ के मान से लाभ दें रही है। उन्होंने बताया कि रायपुर जिले में मक्का का रकबा बढ़ रहा है और जिले में रबी फसल में लगभग 2540 किसानों को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना रफ्तार एवं राज्य पोषित योजनांतर्गत 1600 हेक्ट. हेतु 320 क्वि. मक्का बीज निःशुल्क वितरित किये गये थे। साथ ही राज्य पोषित नवीन योजनांतर्गत 250 हेक्ट. हेतु मूंग बीज का वितरण किया गया।