क्वींस क्लब मामले में दिया नोटिस का जवाब...बत्रा ने आरोपों से किया इंकार जवाब से हाउसिंग बोर्ड असहमत
क्वींस क्लब के डायरेक्टर हरबख्श सिंह बत्रा ने आखिरकार हाउसिंग बोर्ड की ओर से जारी अंतिम तीसरी नोटिस का जबाव समय खत्म होने से पहले दे दिया
रायपुर (जसेरि)। क्वींस क्लब के डायरेक्टर हरबख्श सिंह बत्रा ने आखिरकार हाउसिंग बोर्ड की ओर से जारी अंतिम तीसरी नोटिस का जबाव समय खत्म होने से पहले दे दिया। बत्रा ने अपने आपको बचाने के लिए बोर्ड के सभी आरोपों से साफ इन्कार कर दिया। बत्रा के इस जबाव से बोर्ड के अधिकारी असहमत हैं। लिहाजा क्लब की लीज समाप्त होना तय माना जा रहा है। हरबख्श सिंह बत्रा ने बोर्ड को नोटिस का जबाव दे दिया है, लेकिन अभी भी उन्होंने क्वींस क्लब का संचालन दोबारा करने की एक रणनीति बनाई है। उनकी इस रणनीति में बोर्ड के कुछ अधिकारी भी शामिल हैं। यही नहीं, बत्रा ने अपने विरोधियों को चुप कराने के लिए दबाव भी बनाना शुरू कर दिया है। क्वींस क्लब में पार्टी की आड़ में रसूखदार, नेताओं, बिल्डर आदि प्रभावशाली लोगों के बच्चों को शराब, गांजा, कोकीन, चरस आदि उपलब्ध कराकर लाखों कमाने वाले क्लब के सबलीज धारी हर्षित सिंघानिया, चंपालाल जैन समेत अन्य के खिलाफ अभी तक आबकारी एक्ट या फिर किसी गंभीर धाराओं में अपराध कायम नहीं किया गया। वहीं क्लब के मूल लीजधारी हरबख्श सिंह व उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
यही कारण है कि बत्रा का मोह क्वींस क्लब से भंग नहीं हो रहा है। वे फिर से क्लब का संचालन शुरू कराने के लिए नेताओं, रसूखदारों के जरिए दबाव बनाने की कोशिश में जुट गए हैं। बत्रा ने खुद को बचाने के लिए पुलिस के सामने बिल्डर हर्षित सिंघानिया और एक परिवार के लोगों के नाम लेकर मामले को दबाने की कोशिश की थी, लेकिन क्लब के दस्तावेजों ने सारी पोल खोलकर रख दी।
क्वींस क्लब के डायरेक्टर हरबख्श सिंह बत्रा की तरफ से तीसरी अंतिम नोटिस का जबाव प्राप्त हुआ है। आठ पेज के जबाव में बत्रा ने लिखा है कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है। क्लब को सबलीज पर देने की बात भी उन्होंने स्वीकार नहीं की है। जबाव संतोषप्रद नहीं है। अध्ययन करने के बाद वकीलों से सलाह और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई करेंगे।
-आरके साहू, कार्यपालन अभियंता, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल