ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव
राजधानी का कलिंगा यूनिवर्सिटी बच्चों को गुंड़ा प्रबंधन का गुर सिखा रहा है। प्रेक्टिकल के लिए वहां के छात्र अपने ही जूनियर की पिटाई कर अपने पढ़ाई का मॉक डिल कर रहे है? कलिंगा ने शिक्षा जगत को कलंकित कर दिया है। अब लोगों को डर लगने लगा है कि निजी कालेजों में अपने बच्चों को पढ़ाई करने भेजें या सरकारी कालेजों में डाल कर गुंडा बनने से बच्चों को बचाएं। कलिंगा के स्टूडेंटों ने जो गुंडागर्दी का टे्रलर दिखाया है वह साफ दिख रहा है कि निजी कॉलेज सिर्फ पैसा कमाने के लिए मोटी फीस लेते है बच्चों के भविष्य संवारने के बजाए उनको गुंडा बनाकर गुंड़ों के लिस्ट में शामिल कर रहे है। कालिंगा के छात्रों का दुस्साहस एक पक्ष दूसरे पक्ष पर रॉड, डंडे और बेस बॉल का बैट लेकर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में घुसकर पिटता है और प्रबंधन तमाशा देखते रहता है। जब छात्र वहां से भागने लगे तब प्रबंधन जागा। छात्रों ने बाथरूम में घुसकर लड़कों को पीटा, शीशे, वॉश बेसिन तोड़ डाले। लड़कों को इस तरह से मारा गया कि फर्श पर खून बिखरा नजर आया। इस कांड का अब वीडियो सामने आने पर प्रबंधन ने पुराना झगड़ा बोलकर हाथ खड़े कर दिए। जनता में खुसुर-फुसुर है कि कलिंगा यूनिवर्सिटी किलिंग यूनिवर्सिटी का रूप ले चुका है। ऐसा लग रहा है कि यहां पढऩे वाले छात्र यही डायलाग बोलते फिरेंगे कि लोगों में हमारी दहशत ऐसी रहेगी कि हमारी परछाई को भी सब सलाम करेंगे।
टीएस का छलका दर्द, बृजमोहन ने बनाया मल्हम
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान से घमासान मच गया है। उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि टीएस सिंहदेव पहले भी अपने एक मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं। उन्होंने यह इस्तीफा देते हुए खेद जताया था कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश के 8 लाख से भी अधिक लोगों को व प्रधानमंत्री आवास नहीं दिला सके। फिर उनका यह बयान बहुत सारे हेतु लेकर हमारे आमने आया है। उनका यह बयान छत्तीसगढ़ के विकास को रोकेगा, सत्ता के संघर्ष को तेज करेगा। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के खिलाफ बाहरी विरोध के साथ-साथ अब आंतरिक विरोध का भी तेज हो गया है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि, उनके शासनकाल में छत्तीसगढ़ विकास से वंचित हो गया है, पूरे प्रदेश का विकास अवरुद्ध हो गया है ऐसा उनका कहना है । जनता में खुसुर-फुसुर है कि कौन किसकी आंसू पोछेगा यहां तो सभी की आंखों में कुर्सी की गंगा-जमुना बह रही है।
सेना को कौन कर रहा कमजोर
तवांग में भारत-चीन के बीच झड़प को लेकर राहुल गांधी की ओर से दिए गए बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने बचाव करते हुए विदेश मंत्री को करारा जवाब दिया है। सीएम भूपेश बघेल ने विदेश मंत्री को ट्वीट करते हुए कहा है कि राहुल गांधी ने सेना को कभी कमजोर नहीं बताया, हम सब सेना पर गर्व करते हैं। सेना को कमजोर करने का काम भाजपा ने किया। भाजपा अग्निवीर का कांसेप्ट ले आई, इससे हमारी सेना कमजोर होगी। जनता में खुसुर-फुसुर है कि कौन किसको कमजोर करेगा यह तो सभी जानते हैं। लेकिन सेना को लेकर राजनीति राजनेताओं को नहीं करनी चाहिए । सेना अपने काम में पूरी तरह मुस्तैद है उसे डिस्टर्ब नहीं करना चाहिए। कोई भी राजनीतिक दल सेना के मनोबल नहीं बढ़ा सकते तो हतोत्साहित भी नहीं करें।
बिना निविदा, बिना लीज के खनन
जो काम किसी से संभव नहीं हो पाए वो काम तस्कर आरंभ से अंजाम तक पहुंचा देते हैं। वहीं दूसरी ओर जिले में अवैध रूप से रेत, मुरूम, गिट्टी के खनन और परिवहन पर जिला प्रशासन ने अब सख्त कार्रवाई करने का मन बना लिया है। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे ने अवैध रूप से संचालित किसी भी खदान से रेत, गिट्टी, मुरूम खोदने और उनके अवैध परिवहन पर संचालकों के विरुद्ध पुलिस थानों में प्रकरण दर्ज कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने बन्द हो चुकी खदानों से अवैध रूप से उत्खनन या बिना निविदा के बिना लीज स्वीकृत हुए चलने वाली खदानों से खनन करने पर भी संचालकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि रेत तस्करों पर आज तक कोई भी शिकंजा नहीं कस सका है। चाहे किसी की भी सरकार हो। रेत तस्करों का गिरोह वो सिक्का है जो बिना हेड-टेल कै है जो मौका परस्ती का सबसे बड़ा सटोरिया है, जिसकी सरकार होती है उसका ठप्पा लगा लेता है।
विधानसभा चुनाव की तैयारी में अजय सेफटी मोड पर
सुपेला के गदा चौक में भाजपा द्वारा आयोजित कांग्रेस भगाओ कार्यक्रम के दौरान पत्थरबाजी हुई थी। इसके बाद दुर्ग बस स्टैंड में आयोजित सभा में पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर सेफ्टी हेलमेट पहनकर कार्यक्रम में उपस्थित हुए। जो चर्चा का विषय रहा। विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा द्वारा कांग्रेस भगाओ छत्तीसगढ़ बचाओ कार्यक्रम के तहत दुर्ग के पुराना बस स्टैंड में जनसभा का आयोजन किया गया है। भाजपा भिलाई जिले के विधानसभा स्तरीय सम्मेलन के बाद कार्यक्रम स्थल पर जब नेता मीडिया से चर्चा कर रहे थे तभी पत्थर बरसने की घटना हो गई। अपने बयानों में चर्चा में रहने वाले विधायक व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर हेलमेट पहनकर भाषण दे रहे हैं। उन्हें डर है कोई पत्थर न मार दे। जनता में खुसुर-फुसुर है कि वोट देने वाले जब पत्थर मारे तो समझ लेना चाहिए कि जनता के पास वोट का टोटा है। इसलिए ध्यानाकर्षण करने इस तरह के प्रयोग कर रही है। समय रहते राजनेताओं को जनता जनार्दन की बात सुनने का आदत डाल लेनी चाहिए।
नारायण नारायण जपते रहे
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान के हवाले से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। चंदेल ने कहा कि मंत्री सिंहदेव ने व्यथित होकर कहा है कि उन्हें चुनाव के पहले अपने भविष्य को लेकर बड़ा फैसला लेना पड़ेगा। यह इस बात का संकेत है कि सरकार में कोई टीमवर्क नहीं है। इसके पहले भी सरकार के वरिष्ठ मंत्री ने सरकार के कामकाज की खुले तौर पर आलोचना की। टीएस सिंहदेव घोषणा पत्र समिति के संयोजक थे और वे राज्य में जहां भी जा रहे हैं, उनसे जनता वादों को पूरा न करने का जवाब मांग रही है। जिससे वे व्यथित हैं। सिंहदेव के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस में क्या पक रहा है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि चंदेल जी नारायण नारायण जपते पके हुए फल के टपकने का इंतजार कर रहे हैं।
बृजमोहन अग्रवाल का भूपेश सरकार पर निशाना
पूर्वमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने चावल घोटाले को लेकर भूपेश बघेल सरकार पर एक बार फिर से निशाना साधा है। साथ ही सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने वाले मध्यान्ह भोजन में की जा रही घोटाले बाजी को उजागर करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि झूठे आंकड़े दिखाकर कांग्रेस सरकार प्रदेश में कुपोषण कंट्रोल का झूठा दावा कर रही है, मगर हकीकत कुछ और है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बच्चे कुपोषण समेत गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये बेशर्म सरकार ने बच्चों की थाली से पौष्टिक आहार भी गायब कर दिया है, उल्टा-सीधा भोजन परोसकर भारी भ्रष्टाचार को अंजाम दे रही है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि भैया बृजमोहन अग्रवाल सीएम भूूपेश को पिछले चार साल घेर नहीं पाए और अब चुनाव की आहट आते घोटालों की पुलिंदा खोल रहे है। यदि हाई कमान ने बृजमोहन पर भरोसा कर जताया होता तो छत्तीसगढ़ का नक्शा कुछ अलग होता। चार साल तक भूपेश है तो भरोसा है के नारे का मौन समर्थन करते रहे और अब एकदम से भूपेश को पानी पी-पी कर कोसने में लगे हैं। ये तो पब्लिक है सब जानती है।