मेडिकल आफिसर हुआ ठगी का शिकार, जानिए किसने लगाया चूना

Update: 2022-07-10 06:56 GMT

बिलासपुर। रेलवे के मेडिकल आफिसर को होम लोन दिलवाने का झांसा देकर ठगों ने चार लाख 32 हजार 553 स्र्पये की धोखाधड़ी की। लोन नहीं मिलने पर ठगी के बारे में पता चला। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है। रेलवे कालोनी के रहने वाले जसवेन्दर कुमार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर में प्रिंसिपल चीफ मेडिकल डायरेक्टर आफिस में सहायक स्वास्थ्य अधिकारी हैं। उन्हें अपने पैतृक गांव उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरपुर जिला के चरथावल थाना क्षेत्र के ग्राम कसियारा में मकान निर्माण करवाने के लिए लोन की आवश्यकता थी।

इस बीच उन्हें मुद्रा फाइनेंस और बजाज फाइनेंस कंपनी के नाम से अलग-अलग फोन पया। मुद्रा फाइनेंस बैंक वाले ने कहा कि मकान बनाने के लिए लोन मिल जाएगा। विभागीय प्रक्रिया पूरी करने के लिए शुल्क जमा करने के लिए कहा। पीड़ित ने आनलाइन शुल्क जमा करने लगे। फोन करने वालों के कहने पर धनंजय कुमार पटेल के बैंक खाते में 33 हजार 200 स्र्पये, श्रीधर प्रहार के खाते में 72 हजार 350 स्र्पये, अमन वर्मा के खाते में 46 हजार स्र्पये, रविंदर कुमार के खाते में 19 हजार स्र्पये जमा किए। इसके बावजूद लोन नहीं मिला। पीड़ित ने उसी फोन कर संपर्क किया।

तब जल्द लोन मिलने का झांसा देता रहा। तकनीकी कारण से विलंब होने की बात कही। प्रक्रिया पूरी होने के बाद 18 लाख स्र्पये लोन फाइनेंस होने का झांसा दिया। इसके बाद फिर से दूसरे मोबाइल नंबर से फोन आया। फोन करने वाला ने खुद को बजाज फाइनेंस के कर्मचारी बताया। पीड़ित ने फिर झांसा में आकर धर्मेंद्र दास के खाते में 15 हजार 889 स्र्पये, फिर एक लाख 94 हजार स्र्पये, सुजीत कुमार के खाते में 10 हजार पांच सौ स्र्पये जमा कर दिए। इस बार भी लोन की राशि नहीं मिली। बार-बार पैसा मांगने पर पीड़ित को ठगी होने का पता चला। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है।


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