गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल के अंतर्गत कोरोना काल के बाद से बहाल हुई ट्रेनें आज भी नियमित नहीं हो पाई हैं. लगातार एक निश्चित अंतराल के बाद ट्रेनों को कोई न कोई कारण बताकर रद्द किया जा रहा है. अब एक बार फिर बिलासपुर-पेन्ड्रारोड-कटनी रेल खंड में 15 सितंबर से लेकर 4 अक्टूबर तक ज्यादातर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.
रेलवे की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पश्चिमी मध्य रेल जबलपुर मंडल के न्यू कटनी जंक्शन में दोहरीकरण और सिग्नल का काम किया जाना है. लेकिन इस बार रेलवे के इस शेड्यूल से यात्रियों को सबसे ज्यादा तकलीफ होने वाली है. रद्द की गई लंबी दूरी की ट्रेनों को पीक सीजन में बंद किया जा रहा है. जिसमें पितृ पक्ष, नवरात्रि, दशहरा और दीवाली जैसे बड़े त्योहारों के लिए खरीदी के लिए बड़ी संख्या में व्यवसायी निकलते हैं.
बता दें कि ट्रैन रद्द होने के साथ इन यात्री ट्रेनों का छोटे स्टेशनों में स्टॉपेज बंद होने से भी समस्याएं बढ़ी है. छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनें जो बिलासपुर से पेन्ड्रारोड रेलवे के बीच के छोटे स्टेशनों (करगीरोड, बेलगहना, टेंगनमाढ़ा, खोंगसरा, खोडरी) में यात्री ट्रेनें रुका करती थी, लेकिन वर्तमान में लगभग इन सभी स्टेशनों में रेलवे ने स्टॉपेज बंद कर दिया है. इस पूरे ग्रामीण अंचल में लगभग 10 लाख से ज्यादा की आबादी निवास करती है, जिनके पास आवागमन का एक मात्र सुलभ सरल साधन ट्रेन है. पहले भी इन स्टेशनों में जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों, दैनिक यात्रियों ने ट्रेनों के नियमित और स्टॉपेज के लिए आंदोलन किए हैं, लेकिन आज तक सिवाय आश्वासन के कोई समाधान नहीं मिला.