रायपुर। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के रेडियो संवाद 90. 8 FM के तत्वाधान में टीबी के प्रति जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस कड़ी में ग्राम पंचायत डोमा में रेडियो संवाद द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें आउटरीच, नेरोकास्टिंग के अलावा नुक्कड़ नाटक के द्वारा टीबी जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता के साथ लोगों में घरेलू हिंसा व लैंगिक भेदभाव के प्रति जागरूकता फैलाया गया। कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि लोगों में टीबी बीमारी के किस तरह के लक्षण हो सकते हैं व उसके उपचार के लिए किस प्रकार के उपाय किए जाने चाहिए।
टीबी मुक्त करने के लिए दिया संदेश
टीबी के प्रति जानकारी देते हुए आर जे बॉबी राजपूत ने बताया कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत 2025 तक देश से टीबी को समाप्त करना है। टीबी एक संक्रामक बीमारी है। एक सप्ताह से अधिक खांसी और बलगम आने पर तत्काल टीबी की जांच कराई जाना चाहिए। सुप्रिया कुमारी ने कहा की टीबी का इलाज आसान और मुफ्त है। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जिला टीबी अस्पताल पहुंचकर टीबी की मुफ्त जांच एवं इलाज कराया जा सकता है। इस दौरान सर्वे फॉर्म के माध्यम से टीबी के संबंध में ग्रामीणों की स्थिति के आंकड़े भी एकत्रित किये गए।
ग्राम डोमा में हिंसा के प्रति जागरूकता के सम्बंध में ज्योति साहू ने विभिन्न पहलुओं को बारीकी के साथ साझा किया। इस दौरान विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा ''हिंसा को नो'' कार्यक्रम के तहत घरेलू हिंसा पर केंद्रित नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। इस दौरान घरेलु हिंसा से संबंधित कानूनी प्रावधानों से ग्रामीणों को अवगत कराया गया। विश्वविद्यालय के सामुदायिक रेडियो स्टेशन रेडियो संवाद द्वारा स्मार्ट नई दिल्ली के सहयोग से विश्वविद्यालय से लगे 07 ग्रामों में टीबी उन्मूलन एवं घरेलू हिंसा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक को देखने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चों समेत ग्रामवासी मौजूद रहे। नुक्कड़ नाटक का निर्देशन, अमित चौहान एवं टिकेश्वर चौधरी ने किया।