जांजगीर। लाख कोशिशों के बाद भी छत्तीसगढ़ समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में बाल विवाह के मामले कम होने का नाम नहीं रहे हैं। इसी बीच अब जांजगीर चांपा से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां महिला एवं बाल विकास विभाग ने कार्रवाई करते हुए 2 दिनों में 7 नाबालिगों की शादी रुकवाई है।
प्रशासन की टीम को भंवतरा गांव में नाबालिगों की शादी होने की सूचना मिली थी। इसके बाद टीम बनाकर कार्रवाई की गई और 5 नाबालिगों का विवाह रुकवाया गया। इसी तरह बनारी और मुनुन्द गांव में 1-1 बाल विवाह को रोका गया है। अभी 10 दिन पहले भी 2 नाबालिग की शादी रुकवाई गई थी।
जिला महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी अनीता अग्रवाल ने बताया कि बाल विवाह करना और कराना, अपराध है। बाल विवाह के प्रति लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बाल विवाह होने से कई तरह के नुकसान होते हैं। बाल विवाह रुकवाने के दौरान सभी पहलुओं से परिजन को अवगत कराया गया।