रायपुर। जब इस तरह की तस्वीर सामने आती है तो हर किसी की रुंह कांपते लगती है, लेकिन जब्जे के सामने समाज में फैली कई नाकारात्मक को अंत होना ही पड़ता है, खबर रायपुर शहर की है, जहां एक मां अपने तीन वर्षीय बच्ची के साथ ई-रिक्शा चलाकर अपना गुजर बसर कर रही है।
खमतराई निवासी मां शमीम बानो का जब्जा समाज के लिए गर्व का विषय है। महिलाओं के लिए प्रेरक बने शमीम बानो के जब्जे को जनता से रिश्ता सलाम करता है।