कोरबा: भू-अर्जन में गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध एक और FIR दर्ज, प्रतिबंध के बावजूद हुई थी रजिस्ट्री
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कोरबा: कोरबा जिले में कोरबा-चाँपा-छुरी-कटघोरा एनएच-149 बी फोरलेन के लिए जमीन अधिग्रहण के मामले में गड़बड़ी कर शासन को आर्थिक क्षति पहुँचाने की कोशिश करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध थाना कोतवाली कोरबा में धारा – 420,120 बी भादवि के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया है ।
कलेक्टर कोरबा द्वारा इस मामले में संलिप्त लोगों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करने हेतु पुलिस अधीक्षक कोरबा को पत्र प्रेषित किया गया था , कलेक्टर कोरबा द्वारा प्रेषित प्रतिवेदन के आधार प्रथम दृष्टया अपराध घटित होना पाए जाने से थाना कोतवाली कोरबा में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है ।बता दें कि इन दोनों जमीन के खेल में प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से रजिस्ट्री हुई थी जिसमें ग्राम भर्राकुड़ा, मोढ़ाली, दर्री, मुड़ापार, नवापारा, सरई सिंगार, भलपहरी, रंग बेल, कटकी डबरी आदि में धड़ल्ले से भूखंडों को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर रजिस्ट्री की गई कईयों ने 1 एकड़ जमीन को 12 डिसमिल से कम रकबा कर अपने परिचितों और रिश्तेदारों के नाम करवा दिया , कोरबा चांपा रोड में चौहद्दी के बिना हो गई रजिस्ट्री, जिला पंजीयक कोरबा द्वारा 50 गांव में 200 से अधिक रजिस्ट्री होने की भी जानकारी दी गई है,
इन सब गड़बड़ियों में बताया जा रहा है कि जब प्रारंभिक प्रकाशन किया गया उस समय खातेदारों की संख्या 814 थी प्रकाशन के बाद राजस्व विभाग की ओर से दावा आपत्ति मंगाई गई इस बीच खातेदारों की संख्या बढ़कर 1037 हो गई इसकी वजह पुराने खतरे की भूमि को कई टुकड़ों में करके रजिस्ट्री होना बताया गया रजिस्ट्री के बाद नया नंबर भी जारी कराया गया जमीन के इस हेरा फेरी के खेल में हल्का पटवारी, नायब तहसीलदार, तहसीलदार और एसडीएम की भूमिका भी संदिग्ध है आशंका है बिना इनके मिलीभगत के राजस्व विभाग में इतनी बड़ी गड़बड़ी नहीं हो सकती है जब की फाइलें सब की नजर से गुजरती हैं तो क्रेता विक्रेता की गड़बड़ी कैसे कर सकते हैं ।