VIP रोड की क्लबों में युवाओं की रात वैश्याओं के साथ, अवैध शराब पिलाई जा रही

वीआईपी रोड की सभी होटलों में युवाओं की रातें वैश्यावृति में डूबी रहती है

Update: 2024-08-12 10:35 GMT
Raipur. रायपुर। राजधानी के वीआईपी रोड़ की नामचीन होटलों क्लब, पब और रेस्तरां फिर देर रात और तक शराब और खाने पीने के साथ-साथ नाच गाना भी चल रहा है। आपको बता दें कि रायपुर शहर हर वीकेंड पर अवैध शराब की पार्टियां, कैब्रे डांस चल रहा है। शहर के कई छुटभैया कांग्रेसी नेताओं का सहारा लेकर राजधानी के अंदर और आउटर के होटलों और बारों में इस तरह की रंगीन पार्टियां भी बहुत मशहूर होती जा रही है। राजधानी बनने के साथ विकास की तेज रफ्तार ने होटलों के भी पंख लगा दिए। कभी टपरे में चल रहा ढाबा आज बाहरी राज्यों की नचनियों को लाकर रातो रात लखपतियों में शामिल होकर ढाबे को होटल में तब्दील कर दिया और जो पहले से चल रहे होटलों ने अपने स्टार बढ़ाने के लिए पार्टी के साथ इंटरटेनमेंट का आफर देकर विदेशी बालाओं को तंग कपड़ों में नचा रहे है।


जिसके लिए हर शनिवार विकेंड और रविवार को गोल्डन पार्टी और इंजाय के नाम पर शराब और शबाब शौैकीन ग्राहकों पर उढ़ेला जा रहा है। रायपुर में जितने भी नामचीन होटल है वहां इस तरह के इंटरटेनमेंट का आयोजन हर सप्ताह होता है। इसके लिए प्रशासन से कोई अनुमति नहीं लेते बल्कि अपने छुटभैया कांग्रेसी राजनीतिक रसूख की ताकत दिखा कर होटलों में बार बालाओं को नचवा कर कमाई कर रहे हैं। जिसके लिए आयोजक पहले से युवाओं को एसएमएस कर या सोशल मीडिया में मेसेस फारवर्ड स्थान, इंट्री फी, मीनू के साथ ग्राहक से उनके पसंदीदा गाने और खाने के बारे में जानकारी लेकर पूरी तबीयत से इंजाय का इंतजाम करने में जुट जाते है। फिर शुरू होती है रात की रंगीनियों की शुरूआत। बार बालाएं हाथों में गिलास लेकर तलबगारों के होंठों तक जाम पहुंचाते। उसके बदले में बार बालाओं को मोटी बख्शीश भी मिलती है।


राजधानी के सभी बड़े होटलों में विदेशों से सर्विस वीजा पर बार बालाओं को नाचने के लिए बुलाया जाता है। यहां वो भले सर्विस वीजा में लिखा होता है कि फैशनडिजाइनर लेकिन वो होटलों में ग्राहकों के दिलों में डिजाइन करती है। लाखों रुपए की कमाई करती है। जिसका फायदा सीधे होटल वालों को मिलता है। हर शनिवार और रविवार को होटलों में रंगीनियत के शौकीनों का मेला लगता है जो पैग के साथ बार बालाओं पर फिल्मी स्टाइल में रुपया लुटाते है और इस लूट के हिस्सेदार
होटलवाले
भी होते हैं। राजधानी के ज्यादातर पब और क्लबों में बैंककॉक, पटाया, नेपाल, भूटान, असम, बिहार, सहित पूर्वोत्तर राज्यों की युवतियां डास करते देखी जा सकती है। सभी रेस्टोरेंट और होटल क्लब संचालकों को चेतावनी दी गई है कि अगर वे दोपहर 12 बजे के बाद शराब पिलायेंगे या बेचेंगे तो उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। लेकिन अभी तक कोई उपाय नहीं किया गया है. इस घटना के बाद भी गृह मंत्री, कलेक्टर और एसएसपी ने आबकारी और पुलिस अधिकारियों को सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। लेकिन फिर भी इसे बिना लाइसेंस वाले या पुराने लाइसेंस प्राप्त पब और रेस्तरां में देर रात तक शराब बेचा और परोसा जाता है।


शराब के बाहर भी इसके बाद से राज्य में विदेशी शराब की सप्लाई के लिए टेंडर जारी है. इसलिए इन क्लबों और रेस्तरां के संचालक चोरी-छिपे इसका ऑर्डर देते हैं और परोसते हैं। रविवार की आधी रात के बाद एक जागरूक नागरिक ने वीआईपी रोड, शंकर नगर रोड और विधानसभा रोड के विभिन्न क्लबों और रेस्तरां की ये तस्वीरें खींचीं और उन्हें वायरल कर दिया। उनका कहना है कि रिकॉर्डिंग से पहले शराब परोसी गई थी। जो एक महंगे ब्रांड का था। लड़कों के अलावा लड़कियां भी पास में खड़ी होकर चश्मा लगाती हैं। किसी के क्लब में जाकर शराब पीने में कुछ भी गलत नहीं है। आपत्ति यह है कि नशे में वे कभी-कभी एक-दूसरे से भिड़ जाते हैं या फिर सामने खड़े व्यक्ति पर जानलेवा हमला करने से भी नहीं कतराते। नशे में अत्यधिक गति से गाड़ी चलाने से भी किसी निर्दोष व्यक्ति की जान जा सकती है। और इसकी जिम्मेदारी देर तक काम करने वाले क्लबों और रेस्तरां के संचालकों की है। ये क्लब सरकारी आदेशों की अवहेलना करते रहते हैं और आधी रात तक काम करते रहते हैं। वहीं जिम्मेदार अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं देते।
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