छत्तीसगढ़ में बीते डेढ़ महीने में कोरोना टेस्टिंग की संख्या में डेढ़ गुना का इजाफा, प्रतिदिन कोरोना जांच का औसत देश के औसत से अधिक

राज्य में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने युद्ध स्तर पर प्रयास जारी.

Update: 2021-04-16 11:30 GMT

राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी एंटीजन टेस्ट की सुविधा. 

रायपुर:- राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम, संक्रमित मरीजों की पहचान और उपचार के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा युद्ध स्तर पर प्रयास जारी है। राज्य में वर्तमान में रोजाना 47 हजार से अधिक लोगों की कोरोना टेस्टिंग की जा रही है। मार्च माह में टेस्टिंग की संख्या प्रतिदिन औसतन 30 हजार थी, जो अप्रैल माह में बढ़कर 47 हजार से अधिक हो गई है। माह जनवरी 2021 में रोजाना औसत टेस्टिंग 22 हजार 761 थी, इस लिहाज से देखा जाए तो कोरोना टेस्टिंग की संख्या में लगभग 3 गुना का इजाफा हुआ है। राज्य का प्रतिदिन टेस्ट 1620 (प्रति 10 लाख जनसंख्या के मान से) है, जबकि देश का औसत 1018 है। राज्य में 31 शासकीय तथा 5 निजी लैब्स में टू्र नाट जांच की सुविधा उपलब्ध है। राज्य के 7 शासकीय लैब एवं 5 निजी लैब में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी रेपिड एंटीजन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में हो रही कुल कोविड जांच में आरटीपीसीआर जांच के प्रतिशत में अक्टूबर 2020 की तुलना में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल माह में आरटीपीसीआर की जांच का प्रतिशत 40 हो गया है। महासमुन्द, कांकेर और कोरिया में 4 नई शासकीय आरटीपीसीआर लैब की स्थापना की जा रही है। प्रत्येक जिले में अतिरिक्त मशीन प्रदाय कर टू्र नाट लैब की जांच क्षमता बढ़ाई जा रही है।
वर्तमान में राज्य में कोरोना के कुल 1 लाख 18 हजार 636 एक्टिव केस है, जिनमें से अधिकांश केस रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, बिलासपुर, महासमुन्द, कोरबा और बेमेतरा जिले में है। राज्य में अब तक 63 लाख 62 हजार 947 कोरोना जांच में 4 लाख 86 हजार 244 कोरोना के चिन्हित प्रकरण मिले जिसमें से 3 लाख 62 हजार 301 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं, शेष इलाजरत है। राज्य में वर्तमान में कोरोना संक्रमण को देखते हुए 604 कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हैं, अधिकांश कंटेनमेंट जोन रायपुर, राजनांदगांव, कोरबा एवं गरियाबंद जिले में है, जहां घर-घर जाकर एक्टिव सर्विलेंस एवं टेस्टिंग की जा रही है।
राज्य में 6 मेडिकल कॉलेज और एम्स रायपुर सहित 36 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल एवं 137 कोविड केयर सेंटर तैयार किए गए हैं। राज्य के प्रत्येक जिले में डेडिकेटेड कोविड अस्पताल स्थापित किया गया है। शासकीय डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में 4686 बेड तथा कोविड केयर सेंटर में 14,608 बेड स्थापित किए गए हैं। शासकीय डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में 510 आईसीयू, 504 एचडीयू एवं इसके अतिरिक्त 1915 ऑक्सीजन युक्त बिस्तर है। इसी तरह शासकीय कोविड सेंटर में 1787 ऑक्सीजन युक्त बिस्तर तैयार किए गए हैं। निजी कोविड अस्पतालों में कुल उपलब्ध 3,082 बेड, 832 आईसीयू, 381 एचडीयू के अलावा 1232 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध है। राज्य में शासकीय अस्पतालों में 514 तथा निजी चिकित्सालयों में 301 इस प्रकार कुल 815 वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध है।
राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए चिकित्सा सुविधा एवं ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या बढ़ाने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। राज्य में 14 नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किए गए हैं। 10 ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना प्रक्रियाधीन है, जो आगामी एक सप्ताह में ऑक्सीजन जनरेशरन शुरू कर देंगे। रायपुर मेडिकल कॉलेज में एक विशेष टेली कन्सलटेशन हब स्थापित किया गया है, जिसके माध्यम से बीते एक वर्ष से कॉलेज के विषय-विशेषज्ञों द्वारा सभी शासकीय डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्पर्क स्थापित कर टेली कन्सलटेशन की सुविधा प्रदाय की जा रही है।
राज्य में अब तक 2.5 लाख से अधिक लोगों को होम आईसोलेशन प्रदाय किया गया, जिसमें से 90 प्रतिशत मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। होम आईसोलेटेड मरीजों की निगरानी के लिए प्रत्येक जिले में कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है। वर्तमान में राज्य मंे प्रतिदिन औसतन 2.13 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। राज्य में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं सहित 45 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को मिलाकर कुल 46.44 लाख लोगों को कोरोना का प्रथम एवं द्वितीय डोज का टीका लगाया जा चुका है। 45 वर्ष से अधिक 36.47 लाख नागरिकों को प्रथम डोज तथा 1.11 लाख लोगों को द्वितीय डोज का टीकाकरण किया जा चुका है।


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