रायपुर। रायपुर के अंबेडकर अस्पताल के बाहर सुबह से ही जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल कर दिया। बाहर सड़क पर बैठकर इन चिकित्सकों ने नारेबाजी की। इनका समर्थन करने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता भी पहुंचे। उन्होंने जूनियर डॉक्टर्स के इस कदम को जायज बताया और कहा कि जल्द ही इनके संबंध में स्वास्थ्य विभाग को फैसला करना चाहिए।
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ प्रेम चौधरी ने बताया कि आस-पास के स्टेट एमपी, झारखंड से भी कम मानदेय प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स को मिलता है। दूसरे प्रदेशों में जहां 90 हजार रुपए तक का फंड है। वहीं छत्तीसगढ़ में 50-55 हजार रुपये ही मिलते हैं।किसी भी प्रदेश में 4 साल के बॉन्ड नहीं भरवाए जाते। केवल छत्तीसगढ़ में ही ऐसा हो रहा है। बीते 4 सालों में मानदेय नहीं बढ़ाया गया है। इस वजह से मजबूरन अब हड़ताल का कदम उठाना पड़ा है।
बता दें कि प्रदेश के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल के जूनियर डॉक्टर्स ने काम बंद कर दिया है। ये एक भी मरीज का चेकअप नहीं कर रहे हैं। डॉक्टर्स ने पहले ही हड़ताल का एलान कर दिया था। अब गुरुवार को सभी हड़ताल पर चले गए। इन चिकित्सकों के साथ पूरे प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स ने काम बंद कर दिया है। रायपुर के अलावा सरगुजा, कांकेर, जगदलपुर, रायगढ़ और राजनांदगांव के सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल कर दी है।