गोठान ने दिए रोजगार के नए अवसर, आजीविका संवर्धन का पर्याय बना गोठान

छग

Update: 2023-06-23 18:24 GMT
महासमुन्द। ग्राम सुराजी योजना के तहत स्थापित किए गए गोठान अब आजीविका संवर्धन का पर्याय बन गया है। यहां संचालित मल्टी एक्टिविटी से रोजगार के साधन और अवसर तो बढ़ रहे हैं, साथ ही महिलाएं अब गांव में ही रहकर अपने आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर रही है। वे अब घर की कामकाज तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आय के साधन जुटाकर परिवार की देखरेख और आर्थिक संचालन में भरपूर मदद कर रही है।
राज्य सरकार की ग्राम सुराजी योजना के तहत गांव-गांव में बने गोठान ने एक नई तस्वीर प्रस्तुत की है। इन गोठानों में मवेशी के सुरक्षित रखने से लेकर यहां ऐसे गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे गोबर से आजीविका का संवर्धन हो रहा है। ग्राम सिरपुर जो कि जनपद पंचायत सरायपाली अंतर्गत आता है, यहां 14 जुलाई 2019 को गठित कस्तूरबा स्वयं सहायता समूह की 10 महिलाओं ने गोठान में कार्य करने का फैसला लिया। आज वे गोबर बेचकर और उससे वर्मी कंपोस्ट बनाकर लाखों रुपए आय अर्जित कर रही है। इसके साथ ही सब्जी बाड़ी, मुर्गी पालन जैसे आय मुलक गतिविधियां भी अपना रही है।
समूह की सदस्य ने बताया कि वह पहले घर के चूल्हे चौके तक ही सीमित थी, लेकिन समूह से जुड़ने के बाद और गोठान में काम करने के पश्चात एक नई सोच विकसित हुई है। अब गोठान के माध्यम से वे स्वालंबन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। समूह के सदस्यों ने इस योजना के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद भी ज्ञापित किया है।
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