रायपुर में कोरोना: खमतराई इलाके में एक ही परिवार के 9 लोगों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव

Update: 2020-10-31 05:35 GMT

रायपुर। छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार कल राजधानी रायपुर में 152 कोरोना मरीज मिले हैं। जिसमें राजभवन के एक व एम्स के तीन लोग भी कोरोना से संक्रमित हुए हैं। खमतराई के एक ही परिवार के 9 लोगों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। बता दें कि नए केस के बाद राज्य में मरीजों की संख्या बढ़कर 1.85 लाख से अधिक हो गई है। एक्टिव केस 23540 हैं। वहीं रायपुर में पॉजिटिव केस 41,227 व एक्टिव केस 7621 हैं।

यूनीसेफ छत्तीसगढ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ श्रीधर र्यावांकी ने कहा कि जून में प्रदेश में कोरोना के तीन हजार से कम केस थे लेकिन लोग पूरी सावधानी ले रहे थे और अब लगभग 2-3 हजार केस रोज आ रहे है और 179000 केस हो गए हैं फिर भी लोग मास्क नही पहन रहे, कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन नही कर रहे। उनका कहना है कि कोई भी बुखार कोविड 19 हो सकता है और ,यदि वायरस का संक्रमण हुआ हो तो इसके लक्षण 2 से 14 दिनों के अंदर दिखते हैं। कोई लक्षण नही होने पर भी दूसरों को उससे संक्रमण हो सकता है। इसलिए दूसरों से मेलजोल के समय मास्क पहनना आवश्यक हो जाता है। किसी भी तरह की बीमारी को नजर अंदाज नही करना चाहिए क्योंकि छाती में दर्द, तेज सिरदर्द,सूंघने एवं स्वाद की क्षमता का कम होना, डायरिया आदि लक्षण वाले व्यक्ति भी कोरोना पाजिटिव हो सकते हैं। ऐसे व्यक्ति जिन्हे दूसरी बीमारी जैसे हाइपरटेंशन, डायबिटीज आदि है ,उन्हे संक्रमण होने पर मृत्यु दर अधिक है। उन्होने कहा कि प्रदेश मे लगभग 2हजार से अधिक मौतें कोरोना के कारण हूई हैं। इसलिए जल्दी टेस्ट करवा के इलाज प्रारंभ कराने से ही मृत्यु दर कम हो सकती है। उन्होने कहा कि मृत्यु के कारणों का विश्लेषण करने पर यह पाया गया कि जब मरीज ने लापरवाही बरती इलाज में और सांस फूलने पर ही अस्पताल में भर्ती हुए जिससे उनका जीवन बचाने में कठिनाई हुई क्योंकि उस समय तक उनके फेफड़े क्षतिग्रस्त हो चुके थे।

श्रीधर ने कहा कि कम लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखकर चिकित्सक की देखरेख में इलाज कर सकते हैं, यदि मरीज हाई रिस्क ग्रुप में न हो तो, अन्यथा अस्पताल में ही इलाज कराना चाहिए। तनाव से बचने के लिए शारीरिक गतिविधियां नियमित रूप से करनी चाहिए।



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