कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने किया मकान पर कब्ज़ा, रिटायर्ड प्रोफेसर ने सीएम से की शिकायत

Update: 2024-12-23 10:53 GMT

रायपुर। रिटायर्ड प्रोफेसर ए एम अग्रवाल ने कांग्रेस नेता विनोद तिवारी पर मकान में कब्ज़ा करने का आरोप लगाया है। सीएम विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर न्याय दिलाने की मांग की है। शिकायत पत्र में पीड़ित  रिटायर्ड प्रोफेसर ने बताया कि सी.एम.डी. महाविद्यालय, बिलासपुर से अवकाश प्राप्त प्राध्यापक हूं जो अवकाश प्राप्त करने के पश्चात् बिलासपुर में निवासरत हूं। वैसे मैं मूल निवासी रायपुर का हूं जहां मेरा मकान एवं रिश्तेदारी है। नौकरी के दौरान भविष्य में रायपुर में अपने रिश्तेदारों के बीच बसने की इच्छा से मैंने तनख्वाह की बचत राशि जोड़कर बहुमंजिला इमारत डायमंड ट्री, दलदल सिवनी रोड, मोवा, पंडरी, रायपुर में वर्ष 2013 में फ्लैट नं. 302 खरीदा था। इस फ्लैट को कांग्रेस के युवा नेता, विनोद कुमार तिवारी ने कुछ समय के लिये किराये पर लिया था।

पीड़ित पक्ष ए. एम अग्रवाल ने जनता से रिश्ता को बताया है कि उनके द्वारा पंडरी में साल 2013 में उनके द्वारा एक फ़्लैट क्रय किया गया था। जिसके बाद साल 2014 में विनोद तिवारी नाम के व्यक्ति ने हमसे उस फ्लैट को किराए में देने की बात कही जिसके बाद हमने उन्हें वो फ्लैट किराए से दे दिया 3 महीनों तक उन्होंने किराया दिया जिसके बाद उन्होंने अचानक किराया देने से इंकार कर दिया। और पीड़ित पक्ष से कहा तुमको जो करना है कर लो मैं फ़्लैट खाली नहीं करूंगा। पीड़ित पक्ष ने आगे बताया कि विनोट तिवारी एक पार्टी से जुड़े हुए नेता है इस वजह से उनसे लड़ पाना उनके लिए संभव नहीं था मगर फिर भी उनके द्वारा कई जगहों पर इस मामलें का शिकायत दर्ज कराया गया है। लेकिन हर तरफ से उन्हें निराशा ही हाथ लगी है। जिसके बाद साल 2024 में उनकों किसी व्यक्ति ने कहा कि इस मामलें की शिकायत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से की है।

मेरे रिटायरमेंट के पहले से मैं विनोद तिवारी से लगातार निवेदन कर रहा हूं कि वे मेरा फ्लैट खाली कर दें ताकि मैं अपने परिवार सहित, अपने परिवारजनों के बीच, इस फ्लैट (302, डायमंड ट्री) में परिवार सहित स्थानांतरित हो सकूं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि मेरी उम्र 83 वर्ष और मेरी पत्नी की उम्र लगभग 76 वर्ष की है तथा हम दोनों की देखभाल करने वाला बिलासपुर में कोई नहीं है। अनेक बार विनोद तिवारी से निवेदन करने के बाद भी उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि वे फ्लैट खाली नहीं करेंगे तथा किराया भी अत्यंत अनियमित रूप से देते हैं। अभी भी उनकी ओर हजारों रुपयों का किराया बाकी है।

जनता से रिश्ता अखबार दफ्तर की तरफ से इस मामलें की सच्चाई को जानने के लिए 4 बार विनोद तिवारी को कॉल किया गया मगर उन्होंने कॉल नहीं उठाया। मामलें की सही और सटीक जानकारी मिलते ही खबर को अपडेट किया जाएगा।

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