कलेक्टर ने निभाई शिक्षक की भूमिका, विद्यार्थियों को पढ़ाया संविधान की प्रस्तावना

छत्तीसगढ़

Update: 2021-08-25 12:08 GMT

राजनांदगांव। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा आज जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्रामीण अंचल का भ्रमण कर भ्रमण गौठान, आंगनबाड़ी केन्द्र, स्कूल व सामुदायिक अस्पताल का जायजा लिया एवं जमीनी स्तर पर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। इस दौरान कलेक्टर ने ग्राम अमलीडीह व दीवानझिटिया में बने गौठान में पहुँचकर महिला स्वसहायता समूह के द्वारा की जा रही गतिविधियों को देखा। उन्होंने समूह की महिलाओं से चर्चा की और समूह द्वारा बनाई जा रही वर्मी कंपोस्ट निर्माण की प्रक्रिया को भी बारीकी से देखा। समूहों के द्वारा अब तक बनाई गई वर्मी कम्पोस्ट एवं इसके विक्रय की जानकारी ली। उन्होंने समूहों के द्वारा विक्रय की गई खाद की राशि उनके बैंक खाते में शीघ्र जमा करने कहा। जिला पंचायत को एनआरएलएम के माध्यम से समूहों को विविध गतिविधियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम निर्धारित करने कहा। कलेक्टर ने समूह की महिलाओं से कहा कि वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के साथ-साथ गौठान अवधारणा अंतर्गत अन्य व्यवसाय से जुड़कर अतिरिक्त आमदनी अर्जित करें। कलेक्टर ने गौठान समिति से कहा कि गौठानों में पशुशेड एरिया एवं बाड़ी परिक्षेत्र अलग-अलग बनाये। जिससे बाड़ी में सब्जियां सुरक्षित तरीके से उगाई जा सके। इस दौरान कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि पशुओं के आश्रय के लिए छायादार पेड़ लगाए। बाड़ी में ड्रिप सिस्टम से सिंचाई की व्यवस्था बनाने कहा। कलेक्टर ने महिला समूह से कहा कि गौठान योजना बहुआयामी योजना है, इसके जरिये विविध गतिविधियों का संचालन किया जा सकता है। इसके माध्यम से रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। समूहों को विविध गतिविधियों से जुड़कर रोजगार व आय अर्जित करने प्रोत्साहित किया।

कलेक्टर सिन्हा ने आंगनबाड़ी केन्द्र कोनारी और आरी कोनारी केन्द्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों की उपस्थिति, शिक्षा अध्ययन की जानकारी ली। उन्होंने केन्द्र में संचालित योजनाओं का लाभ बच्चों को दिलाने कहा। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से कहा की गम्भीर कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। ऐसे बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें सुपोषित व पूर्ण स्वस्थ बनाने भरसक प्रयास करें। ऐसे बच्चों को सतत निगरानी में रखा जाए। समय-समय पर नियमित अंतराल में स्वास्थ्य परीक्षण कराने और वजन लेते रहने कहा। कलेक्टर ने केन्द्र में आने वाले सभी बच्चों को पौष्टिक भोजन का वितरण करने तथा टीकाकरण करवाने भी कहा। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्र में आने पर बच्चों को रूचिकर और मनोरंजन माहौल बनाकर उन्हें पढ़ाने कहा।

कलेक्टर ने भ्रमण के दौरान बीजेभाट हायर सेकेण्डरी स्कूल का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों के शिक्षा के स्तर का आंकलन किया। इस साल उनके द्वारा की गई पढ़ाई की जानकारी ली। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन बहुमूल्य है। स्कूली शिक्षा किसी भी विद्यार्थी के सपनों को साकार करने का आधारशिला है। यह समय सीखने और अपने अरमानों को साकार करने के लिए संकल्पित होने का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने छात्रों को छात्र जीवन में अनुशासित रहने और अपने शिक्षकों द्वारा बताए गए ज्ञान एवं अनुभवों का अनुसरण करने कहा। इस दौरान कलेक्टर श्री सिन्हा ने कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों के अंग्रेजी विषय में उनके ज्ञान को परखा। उन्होंने टेन्स से संबंधित प्रश्न पूछा। उन्होंने शिक्षक की भूमिका निभाते हुए प्रजेंट टेन्स पढ़ाया। इस टेन्स में प्रयोग होने वाले शब्दों को उदाहरण सहित ब्लैक बोर्ड में लिखकर समझाया। उन्होंने संविधान का महत्व व विशेषताओं के बारे में भी बताया। कलेक्टर ने कक्षा 12वीं कला के विद्यार्थियों को मौर्य कालीन शासन व्यवस्था राज्य विस्तार के सम्बंध में पढ़ाया। इस दौरान उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को मुखाग्र सुनाया। कलेक्टर ने प्राथमिक शाला पेंडरवानी का भी निरीक्षण किया।

कलेक्टर ने दीवानझिटिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने उपस्थित चिकित्सकों से कहा कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दें। अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों के साथ शिष्टाचार पूर्वक व्यवहार करें। क्षेत्र के शत प्रतिशत बच्चों का अनिवार्यता से टीकाकरण करें। उन्होंने कोविड टीकाकरण की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्य में किसी तरह की कोताही नहीं बरतें।

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