सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण में गुणवत्ता पूर्ण सर्वे के कलेक्टर ने दिये निर्देश
छग
कोण्डागांव। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा अनुरूप राज्य भर में 01 से 30 अप्रैल के मध्य पूरे राज्य में सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण 2023 को संपादित किया जाना है। जिसके माध्यम से शासन की ओर से संचालित विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का जनसामान्य जीवन पर पड़े प्रभाव का आंकलन तथा भविष्य में योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन व नवीन योजनाओं के निर्माण के लिए संकल्पनायें तैयार की जाएंगी। इस सर्वेक्षण के बेहतर क्रियान्वयन के लिए जामकोटपारा स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रजी माध्यम स्कूल में सोमवार को एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कलेक्टर दीपक सोनी, जिला पंचायत सीईओ प्रेम प्रकाश शर्मा, एसडीएम चित्रकांत चार्ली ठाकुर सहित जिले के सभी जनपदो के सीईओ, सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राज्य स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर्स सहित बनाये गये प्रगणक दलों के सदस्य उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कलेक्टर ने सभी मास्टर ट्रेनरों तथा प्रगणक दलों को सर्वेक्षण के दौरान विशेष सावधानी बरतते हुए गुणवत्ता पूर्वक सर्वेक्षण पर बल देने के निर्देश देते हुए सभी दलों को सर्वेक्षण के संबंध में आवश्यक जानकारियां प्रदान की। उन्होंने सर्वेक्षण के लिए सभी विभागों को समन्वित प्रयास कर बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने सर्वेक्षण के लिए मनरेगा जॉब कार्डों की जानकारी, राशन कार्डधारियों की जानकारी, किसान पंजीयन, धान विक्रय, प्रधानमंत्री आवास प्रतीक्षा सूची व मुख्य सूची, आवास प्लस की सूची तथा एसईसीसी 2011 की सम्पूर्ण जानकारी प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर प्रगणक दलों को उपलब्ध कराने के लिए विभागों को निर्देश दिये।
उल्लेखनीय है कि राज्य भर में मुख्यमंत्री की घोषणानुसार 01 से 30 अप्रैल तक छत्तीसगढ़ सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण 2023 संपन्न कराया जाना है। जिसके लिए जिले में जिला स्तर व विकासखंड स्तर पर मास्टर ट्रेनर्स नियुक्त किये गये हैं। जो ग्राम स्तर पर प्रगणक दलों को प्रशिक्षण देंगे। ग्राम स्तर पर प्रगणक दल प्रत्येक घर से परिवारों की जानकारी एकत्रित करने के साथ उसका मोबाईल फोटो के माध्यम से जियो टैगिंग एप के माध्यम से करेंगे। कलेक्टर के निर्देश पर जिले में प्रगणक दलों की ओर से किये गये सर्वे की जांच के लिए प्रत्येक जनपद में 10-10 सदस्यों के जांच दलों का गठन किया जाएगा। जो घूम-घूम कर प्रक्रिया की जांच के साथ गुणवत्ता प्रशिक्षण व समस्या आने पर निदान का कार्य भी करेंगे। इसकी मॉनिटरिंग के लिए कन्ट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। इसके लिए 28 मार्च को विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा।