छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े चोर रौनक डे को गिरफ्तार किया रायपुर पुलिस ने
कोर्ट में पेश करने की तैयारी, 3 दिन पुलिस रिमांड की मांग
Raipur. रायपुर। प्रेस दफ्तर में चोरी मामले में रायपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सबसे बड़ा चोर रौनक डे को बंगाल से गिरफ्तार किया गया है। रायपुर पुलिस की टीम चोर आरोपी रौनक डे को पकड़ने के लिए पश्चिम बंगाल में विगत 2 दिनों से डेरा डाली हुई थी। 14 सितंबर की रात डेढ़ बजे रायपुर पुलिस को सफलता मिली। आरोपी चोर रौनक डे को गिरफ्तार कर रायपुर लेकर आए। सिविल लाइन थाना प्रभारी ने चोर रौनक डे को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने आरोपी चोर रौनक डे को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही जिसके बाद कोर्ट में मजिस्ट्रेट से पूछताछ करने के लिए 3 दिन की पुलिस रिमांड की मांग सकती है। आपको बता दें कि सिविल लाइन थाने में दर्ज चोरी और गबन की सबसे बड़ी घटना का आरोपी विगत एक महीने से फरार चल रहा था। सिविल लाइन थाने के प्रभारी रोहित मालेकर एसएसपी संतोष सिंह के निर्देश के अनुपालन में विशेष टीम गठित कर पश्चिम बंगाल रवाना किया था। थाना सिविल लाइन के प्रभारी और रायपुर पुलिस इस बड़ी चोरी का पर्दाफाश किया है और कड़ी मेहनत चोर को धर दबोचा है। रायपुर पुलिस बधाई के पात्र है। चोर रौनक डे के पकडे जाने पर प्रेस के प्रबंध संपादक पप्पू फरिश्ता ने रायपुर एसएसपी संतोष सिंह और सिविल लाइन थाने के प्रभारी रोहित मालेकर की भूरी-भूरी प्रसंशा की है।
कोर्ट के आदेश उपरांत पुलिस रिमांड में लेकर आरोपी चोर रौनक डे से कड़ी पूछताछ कर माल बरामद और जब्ती की कार्रवाई की जाएगी। फरार आरोपी रौनक डे फरारी के दौरान भी 14 सितंबर की दोपहर को जनता से रिश्ता के खाते से 40 लाख ट्रांसफर करने की नाकाम कोशिश की थी। जनता से रिश्ता प्रेस में एक करोड़ रुपए का गबन और चोरी करने वाला फरार आरोपी चोर रौनक डे वांछित अपराधी फरारी में भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर रहा है। एक ओर वह पुलिस को चकमा दे रहा है वही एक नए खाते से अखबार के अकाउंट से 40 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर उसने अपनी शातिर कारनामे को जाहिर किया है। पुलिस पिछले एक महीने से उसे ढूंढ रही है। आपको दें कि फरार चोर वांछित अपराधी रौनक डे ने आज अपनी फरारी के दौरान भी जनता से रिश्ता प्रेस प्रबंधन के SBI के खाते से 40 लाख रुपए ऑनलाइन पार कर दिए थे। मगर प्रबंध संपादक पप्पू फरिश्ता और सिविल लाइन थाना प्रभारी रोहित मालेकर ने ततपरता दिखाते हुए बैंक कर्मियों से संपर्क करने के बाद खाते से पार किए गए 40 लाख रुपए तथा खातेदार ठग चोर वांछित अपराधी रौनक डे के फर्जी खाते का पता किया जो कि डूमरतराई ब्रांच से लिंक है। बता
ये है चोर रौनक डे के कारनामे
आपको बता दें कि चोर कितना भी सुधर जाए हेराफेरी करना नहीं छोड़ता है। काम की तलाश में माना से रायपुर आया ऊंची हाई प्रोफाइल एज्यूकेशन औऱ बैंकिंग के काम आने की बता कर जनता से रिश्ता मिड-डे अखबार में काम मांगने आय़ा था। काम करते करते पप्पू फरिश्ता को विश्वास लेकर सबसे वफादार कर्मचारी बन गया। प्रेस मालिक भी ईमानदारी के काम करते देख उसकी जिम्मेदारी बढ़ाता रहा। देखते ही देखते पप्पू फिरश्ता को घर से लेकर प्रेस में लगने वाले दैनिक जरूरतों के सामानों की खरीदी करने लगा। धीरे-धीरे पैसा जमा करने निकालने का काम भी करने लगा। छोटा-छोटी रोज हजार दो हजार की चोरी करता था। पकड़ में आने से पहले वो फर्जी बिल सामान खरीदने का दिखाकर बचता रहा। इससे रौनक डे के हौसले बढ़ने लगे। रौनक डे को समझ आ गया था कि यहां बड़ा हाथ मारा जा सकता है।
इसके लिए साजिश रचने लगा। 6 महीने काम करने के बाद पप्पू फरिश्ता ने उसे एकाउंटटेंट की जिम्मेदारी दे दी। फिर यही से शुरू हुआ रौनक डे (Raunak Day) की बड़ी चोरी में हाथ साफ करने का सिलसिला। थाना सिविल लाइन में पप्पू फरिश्ता ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि रौनक डे पिछले तीन-चार सालों से जनता से रिश्ता अखबार में एकाउंटटेंट और सुपरवाइजर के पद में कार्यरत था, उसे सभी बैकिंग अकाउंट और क्रेडिट कार्ड के सभी नंबर कीवर्ड मालूम था और वही उसको आपरेट करता था। संवाद की बिल जीएसटी का चालान उसके अलावा आनलाइन बैंकिंगसिस्टम में भी उसका पूर्ण रूप से दखल था। इसके अलावा किसी को कीवर्ड, पासवर्ड मालूम नहीं था, यहां तक कि स्वयं (पप्पू फरिश्ता) तक को भी कोडवर्ड , पासवर्ड मालूम नहीं है। इसी का फायदा उठाते हुए विगत 8-9 माह में जीएसटी की रकम जो जीएसटी की फीस कहलाती है हमारे खाते से अपने खाते में ले लिय़ा है। उसने उपयुर्क्त रकम को जीएसटी में नहीं पटाया और पूरी रकम को उड़ा कर अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया। खर्च कर दिया और विगत दिनों से चोरी करने के उपरांत फरार हो गया है।