छत्तीसगढ़ : चर्चा में छाई अपने ही बम से मरे नक्सली की मूर्ति, पुलिस ने कहा - अहिंसा के संदेश के लिए लिया ये फैसला

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) से आए दिन नक्सली हमलों की खबरें सामने आती रहती हैं.

Update: 2021-05-02 17:35 GMT

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) से आए दिन नक्सली हमलों की खबरें सामने आती रहती हैं. आज भी राज्य में नक्सलियों का आतंक कम नहीं हो सका है. आए दिन नक्सली हमले की खबरें छत्तीसगढ़ में चर्चा में बनी रहती हैं. लेकिन, इस बीच राज्य में एक नक्सली कमांडर की मूर्ति चर्चा में छाई हुई है. मामला कांकेर जिला के आमाबेड़ा का है, जहां इस नक्सली कमांडर की मूर्ति लगी हुई है. जिसे लेकर पुलिस ने फैसला किया है कि इस मूर्ति को यहां से नहीं हटाया जाएगा.


दरअसल, यह मूर्ति एक ऐसे नक्सली कमांडर की है, जिसकी मौत अपने ही बम से हुए विस्फोट की चपेट में आने से हो गई थी. 18 फरवरी 2021 को आमाबेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत यह CPI माओवादी DVCM सोमजी आईईडी लगा रहा था, इसी दौरान माओवादी खुद गलती से अपने ही लगाए बम से हुए विस्फोट की चपेट में आ गया और मारा गया. ऐसे में पुलिस आमाबेड़ा में लगी इस नक्सली की मूर्ति नहीं हटाना चाहती.

नक्सली कांकेर के आमाबेड़ा थाना अंतर्गत चुकलापाल के पास सुरक्षाबलों के लिए आईडी बम लगा रहा था. इसी दौरान यह विस्फोट हुआ और नक्सली की मौत हो गई. पुलिस का मानना है कि अपने ही बम से हुए धमाके में मारे गए नक्सली की यह मूर्ति हिंसा की बुराइयों को लेकर एक संदेश है. जो यहां के हर नागरिक तक पहुंचना चाहिए.
पुलिस चाहती है कि हमेशा लगी रहे नक्सली की मूर्ति
यही वजह है कि पुलिस चाहती है कि मिसाल के तौर पर यह मूर्ति हमेशा यहां लगी रहे. ताकि, जब भी लोग इसे देखें, वह ये जान सकें कि दूसरों के लिए किए गए गड्ढे में जब वह खुद ही गिरता है तो क्या होता है. बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि गांव आलदण्ड में लगाई गई नक्सली सोमजी की इस मूर्ति को ध्वस्त नहीं किया जाएगा. पुलिस चाहती है कि इस जगह को हिंसात्मक विचारों के खिलाफ सीख लेने के लिए इसे पाठशाला के रूप में प्रचारित किया जाए.


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