छत्तीसगढ़ : मनरेगा से शिवभजन के खेतों में आई हरियाली

Update: 2020-12-31 12:47 GMT

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना नेे कई परिवारों के जीवन को रोशनी से भर दिया है। इन्ही में से गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के गांव गुदुमदेवरी के किसान श्री शिवभजन का भी परिवार है। मनरेगा से श्री शिवभजन के सूखे पड़े खेतों में हरियाली आ गई है। शासन ने उनकी असिंचित भूमि में कूप निर्माण के लिए दो लाख 48 हजार रूपए की स्वीकृति दी। अब उनके खेत में बने कूप में दस फीट पानी भरा रहता है।

पहले शिवभजन मनरेगा और अन्य जगहों पर मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा था। श्री शिवभजन के पास 1.8 एकड़ कृषि भूमि थी, लेकिन उसमें सिंचाई सुविधा न होने के कारण फसलों का उत्पादन नहीं होता था। आर्थिक स्थिति कमजोर होने से श्री शिवभजन कोई व्यवसाय करने की स्थिति में भी नहीं थे। इस दौरान उन्हें गांव के सरपंच और रोजगार सहायक से मनरेगा के तहत खेत में कूप निर्माण कराने की जानकारी मिली। जानकारी मिलते ही उन्होंने अपनी असिंचित भूमि में कूप निर्माण के लिए आवेदन कर दिया। वर्ष 2018-19 में उनकी भूमि पर कूप निर्माण के लिए स्वीकृति मिल गई। पहले सिंचाई न होने से उनकी भूमि अधिकांश समय खाली रहती थी। कूप निर्माण के बाद उनकी भूमि में धान की फसल लहलहाने लगी है। इससे उनकी आमदनी भी अच्छी हो रही है। धान के साथ वे गोभी, टमाटर, भटा जैसी सब्जियां भी उगा रहे हैं। इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी हो जाती है। श्री शिवभजन के खेत में कूप बन जाने से उनके परिवार के जीवन स्तर में सुधार हुआ है। अब उनका परिवार अच्छी तरह खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहा है।


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