छत्तीसगढ़: बाजार में खरीददारी करते समय चक्कर आने से गिरा बालक...हाट बाजार क्लीनिक ने बचाई जान

Update: 2020-12-31 06:47 GMT

मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक लोगों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है, इसका उदाहरण तरदा के साप्ताहिक बाजार में देखने को मिला। कोरबा जिले के ग्राम तरदा निवासी 12 वर्षीय दर्शन अपने दादाजी के साथ अपने गांव के नजदीक साप्ताहिक बाजार करने ग्राम तरदा पहुंचा था। अपने दादाजी के साथ बालक दर्शन हंसी-खुशी से सामान की खरीददारी कर रहा था। शाम को साढ़े चार बजे बालक दर्शन को अचानक चक्कर आया। चक्कर आने के कारण दर्शन लड़खड़ाते हुए गिर पड़ा। दर्शन को गिरते देख दर्शन के दादाजी तत्काल बालक को अपनी गोद में उठाकर बाजार में संचालित हो रहे मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक की तरफ भागे। हाट बाजार क्लीनिक में मौजूद ग्रामीण चिकित्सा सहायक डाॅ. पूर्णानंद सोनी और नर्स ने बच्चे की हालत को देखकर तत्काल पास के रखे टेबल में लिटाया। डाॅ. ने तुरंत बालक दर्शन की आंख, मुंह, नाड़ी की जांच की। डाॅ. के जांच करने के दौरान ही नर्स ने ओ. आर. एस. घोल तैयार कर ले आयी। बालक को तुरंत ही शरीर में पानी की कमी दूर करने ओ. आर. एस. घोल पिलाया गया। ओ. आर. एस. घोल पीते ही बालक के शरीर में ताकत आई और वह अपने बल पर बैठ गया।

इलाज के दौरान डाॅ. ने पाया कि दर्शन के शरीर में खून की बहुत कमी है। डाॅ. ने खून की भारी कमी के कारण दर्शन को चक्कर आने की बात कही। डाॅ. ने दर्शन को एनीमिया ग्रस्त होने के कारण फोलिक एसिड की गोली भी दी। डाॅ. ने दर्शन के दादाजी को ओ. आर. एस. का पैकेट दिया और नियमित अंतराल में दर्शन को पिलाने की सलाह भी दी। बालक को अपने बल पर बैठे देख दादाजी के चेहरे पर संतुष्टि और मुस्कान आई और उन्होंने इलाज के लिए डाॅ. एवं नर्स का हृदय से आभार जताया। दर्शन के दादाजी ने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक संचालित करने के लिए शासन का धन्यवाद भी किया।
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