Sukma. सुकमा। सुकमा में सुन्दरराज पी., पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज जगदलपुर (छ.ग.), कमलोचन कश्यप, पुलिस उप महानिरीक्षक रेंज दंतेवाड़ा, सूरजपाल वर्मा, उप महानिरीक्षक (परि.) सीआरपीएफ रेंज कोंटा, आंनद सिंह राजपुरोहित, उप महानिरीक्षक (परि.) सीआरपीएफ रेंज सुकमा राकेश कुमार, उप महानिरीक्षक (परि.) सीआरपीएफ रेंज दंतेवाड़ा के मार्ग-दर्शन एवं किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा, दीपक कुमार श्रीवास्तव, कमाण्डेन्ट 212 वाहिनी सीआरपीएफ, सुनील भवर, कमाण्डेन्ट 231 वाहिनी सीआरपीएफ के निर्देशन तथा सत्यनारायण तंवर द्वितीय कमान अधिकारी 231 वाहिनी सीआरपीएफ, निखिल राखेचा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स जिला सुकमा, आकाश राव गिरेपूंजे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोंटा के पर्यवेक्षण में चलाये जा रहे छत्तीसगढ़ शासन की‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने।
स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने की उद्देश्य से नक्सली संगठन में सक्रिय 01 महिला सहित 05 नक्सलियों क्रमशः 01. सोड़ी पीडे पति सोड़ी गंगा (सिंगाराम आरपीसी केएमएस उपाध्यक्षा) उम्र लगभग 42 वर्ष जाति मुरिया निवासी गोंदीगुड़ा थाना गोलापल्ली जिला सुकमा, 02. माड़वी भीमा पिता माड़का (सिंगाराम आरपीसी डीएकेएमएस उपाध्यक्ष) उम्र लगभग 45 वर्ष जाति मुरिया निवासी गोंदीगुड़ा थाना गोलापल्ली जिला सुकमा, 03. सोड़ी हुंगा पिता कोसा (सिंगाराम आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य) उम्र लगभग 40 वर्ष जाति मुरिया निवासी गोंदीगुड़ा थाना गोलापाल्ली जिला सुकमा, 04 मड़कम भीमा पिता ओमा (सिंगाराम आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य) उम्र लगभग 40 वर्ष जाति मुरिया निवासी गोंदीगुड़ा थाना गोलापल्ली जिला सुकमा एवं 05. कवासी बिल्लू उर्फ लखमा पिता स्व0 भीमा (बुर्कलंका आरपीसी मिलिशिया सदस्य) उम्र लगभग 54 वर्ष जाति मुरिया निवासी पामलूर थाना किस्टाराम जिला सुकमा के द्वारा आज दिनांक 13.09.2024 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में दिनेश कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी 212 वाहिनी सीआरपीएफ एवं निरीक्षक मुकेश यादव, प्रभारी सायबर सेल सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। नक्सली कवासी बिल्लू उर्फ लखमा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 231 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा एवं शेष नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 212 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा की रही है विशेष प्रयास। उपरोक्त सभी सदस्य प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गों पर स्पाईक/बम लगाना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध बेनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में शामिल रहे है। उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदान कराये जायेंगें।